UP@Deoria छात्रवृत्ति के आवदेन में गलती को ठीक करा सकते हैं, शैड्यूल जारी
Notice: Trying to get property 'post_excerpt' of non-object in /home/u305984835/domains/khabarichiraiya.com/public_html/wp-content/themes/newsphere/inc/hooks/hook-single-header.php on line 67
- जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने कहा-10 मार्च तक निर्धारित है तिथि
KC NEWS/DEORIA
वित्तीय वर्ष/शैक्षिक सत्र 2020-21 में सभी वर्गों के दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजनान्तर्गत संस्थान स्तर पर अग्रसारित करने हेतु अवशेष आवेदनों के अग्रसारण एवं विश्वविद्यालय/एफिलियेटिंग एजेन्सी एवं छात्र/छात्राओं को त्रुटि सही करने हेतु समय-सारिणी जारी कर दी गई हैै। उक्त जानकारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नीरज कुमार अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया है कि प्रक्रियात्मक कार्यवाही हेतु उन्होंने बताया है कि प्रदेश के अन्दर के बाहर सम्बन्धित विश्वविद्यालय एवं अन्य एफिलियेटिंग एजेन्सी के नोडल अधिकारी द्वारा लॉक करने से अवशेष रह गये शिक्षण संस्था, पाठ्यकम का प्रकार एवं फीस आदि का अंकन करना तथा उसकी प्रमाणिकता को ऑनलाइन डिजिटल हस्ताक्षर से सत्यापित कराने की तिथि (केवल अवशेष रह गयी संस्थाओं हेतु) 10 मार्च तक निर्धारित है। इसी प्रकार छात्र/छात्रा द्वारा आनलाइन आवेदन पत्र की हार्डकॉपी एवं संलग्न अभिलेखों छात्र/ छात्रा के समस्त विवरण का शिक्षण संस्थान द्वारा मिलान किया जाना एवं आनलाइन आवेदन प्राप्त करना, सत्यापित एवं अग्रसारित करने की निथि 08 मार्च तक, सन्देहास्पद डाटा को कारणों सहित छात्र, संस्था एवं कल्याण सेक्टर के अधिकारियों के लांगिन पर प्रदर्शित किया जाना एवं आनलाइन आवेदन में की गयी त्रुटियों को छात्र द्वारा ठीक करके पुन आवेदन आनलाइन सबमिट किया जाना 13 मार्च से 15 मार्च तक, आनलाईन आवेदन पत्र की त्रुटियों को ठीक करके छात्र-छात्राओं द्वारा समस्त वांछित संलग्नकों सहित शिक्षण संस्था में जमा किया जाना आवेदन पत्र भरने के 01 दिन के अन्दर विलम्बवत 16 मार्च तक, छात्र/छात्रा द्वारा सही किये गये आनलाइन आवेदन पत्र की हार्डकाॅपी एवं संलग्नक अभिलेखों से छात्र/छात्रा के समस्त विवरण का शिक्षण संस्थान द्वारा मिलान किया जाना एवं आनलाईन आवेदन-पत्र पुनः प्राप्त करना, सत्यापित एवं अग्रसारित करने की तिथि 14 मार्च से 17 मार्च तक कक्षा 11-12 एवं अन्य समस्त दशमोत्तर कक्षाओं हेतु निर्धारित है। उन्हँने यह भी बताया कि जो संदेहास्पद डाटा विद्यालयों को प्राप्त कराया गया उसे तत्काल सम्बन्धित विभाग को प्राप्त करा दें।