Health related काम की खबर…यदि आपको सांस लेने में तकलीफ है तो इसे कम करने में कारगर होगी ‘प्रोनिंग’ प्रक्रिया
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कोविड-19
- होम आइसोलेशन में मरीजों के लिए जिला प्रशासन ने जारी की ‘‘ई-गाइड’’
- ऑक्सीजन लेवल कम होने पर पेट के बल लेटने पर जोर
- डीएम ने कहा-खून में ऑक्सीजन लेवल के बिगड़ने पर इसे नियंत्रित किया जा सकता है
- कहा-प्रोन पोजीशन पूरी तरह सुरक्षित है और इसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की जारी गाइड लाइन के मुताबिक चिकित्सा जगत में जानी मानी प्रक्रिया है ‘प्रोनिंग’
देवरिया से राबी शुक्ला
KC NEWS। कोविड-19 के 2nd वेब के बढ़ते संक्रमण में कोरोना संक्रमित मरीजों में ऑक्सीजन लेवल की कमी को पूरा करने में ‘प्रोनिंग’ प्रक्रिया संजीवनी का काम करेगी। Ministry of health and family welfare (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय) ने कोविड-19 सेल्फ केयर के लिए ‘प्रोनिंग’ गाइड लाइन जारी की है। इसे जिला प्रशासन ने आम लोगों की मदद के लिए सार्वजनिक किया है। ताकि इसे अपनाकर कोरोना की इस लड़ाई में ऑक्सीजन लेबल को नियंत्रण कर लोगों को कोरोना के खतरे से बचाया जा सके। इस संबंध में डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि सही समय पर ‘‘प्रोनिंग’’ यानी विशेष तरीके से लेटने की विधि अपनाने से ऑक्सीजन लेवल में सुधार होता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ कम हो जाती है। इससे खून में ऑक्सीजन लेवल के बिगड़ने पर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रोन पोजीशन पूरी तरह सुरक्षित है और इसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।
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आइए जानते हैं कि क्या है ‘प्रोनिंग’ प्रक्रिया…
देखने-सुनने में यह बात मामूली लग सकती है, लेकिन चिकित्सा जगत में ‘प्रोनिंग’ जानी मानी प्रक्रिया है। इससे शरीर में ऑक्सीजन लेने की प्रक्रिया में सुधार होता है। जिला प्रशासन ने होम आइसोलेशन में मरीजों में सांस लेने में दिक्कत होने पर घबराने के बजाय ‘प्रोन पोजीशन’ यानि पेट के बल लेटने की विधि सुझाया है। इसके लिए Ministry of health and family welfare (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय) की ओर से ‘ई -निर्देशिका’ जारी की गई है। इस ई-निर्देशिका के मुताबिक यदि कोरोना संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन में है और उनमें ऑक्सीजन का स्तर 94 प्रतिशत से कम होता है, तो तुरंत पेट के बल लेटना चाहिए।
तकिए का इस्तमाल कर पेट के बल लेटने पर जोर
जारी गाइड लाइन में ऑक्सीजन लेवल कम होने पर पेट के बल लेटने पर खास जोर दिया गया है। एक तकिया गर्दन के नीचे, एक या दो तकिया सीने से नीचे से लेकर जाँघ तक और और दो तकिए के ऊपर पैरों को रख कर प्रोनिंग करने की विधि बताई गई है।
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यह है प्रक्रिया…ऐसे करें
- मरीज को पेट के बल लेटा दें
- गर्दन के नीचे एक तकिया रखें फिर एक या दो तकिए छाती और पेट के नीचे बराबर रखें और दो तकिए को पंजे के नीचे रखें
- 30 मिनट से लेकर 2 घंटे तक इस पोजीशन में लेटे रहने से फायदा मिलता है
- 30 मिनटसे दो घंटे में लेटने के पोजीशन को बदलना जरूरी है
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इन परिस्थितियों में न करें प्रोनिंग
- खाना खाने के तुरन्त बाद प्रोनिंग न करें, कम से कम एक घंटे बाद ही करें
- अगर आप प्रेगनेंट हैं, गंभीर हृदय रोग है तो इस प्रक्रिया को ना करें
- उतनी ही देर तक करें जितना आराम से कर सकते हों
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यहां से Download करें…प्रोनिंग गाइडलाइन