शिवपाल यादव ने कहा- हक मिले तो सपा में वापसी को तैयार हूं

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं, ऐसे में राजनीतिक दलों के बीच तमाम नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं। वहीं समाजवादी पार्टी से अलग होकर अपनी नई पार्टी बनाने वाले शिवपाल यादव ने फिर से सपा में जाने के संकेत दिए हैं। बता दें कि 31 अक्टूबर रविवार को गाजियाबाद में सपा के साथ गठबंधन करने को लेकर उनका दर्द एकबार फिर छलका है।
गौरतलब है कि शिवपाल यादव ने सपा से अलग होकर 2018 में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी। ऐसे में अब यूपी 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर शिवपाल यादव सपा से गठबंधन करने को लेकर कई बार अपनी बात सामने रख चुके हैं। रविवार को उन्होंने कहा कि अगर 25 फीसदी सीटें मिलीं तो समाजवादी पार्टी के साथ आ सकता हूं।
सरकार पर कैसा तंज
उन्होंने किसानों, डीजल, पेट्रोल, गैस और बिजली महंगे होने और बेरोजगारी पर सरकार पर तंज कसे। प्रदेश में अपराध का बोलबाला बताया। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को ऊंचाइयों तक पहुंचने में उनका काफी योगदान रहा है। जब उन्हें उनका हक नहीं मिला तो उन्हें पार्टी से अलग होना पड़ा। यदि उन्हें अपना हक वापस मिले तो वह आज भी पार्टी में वापसी को तैयार हैं।
शिवपाल ने चुनाव के संबंध मे कहा कि स्थानीय दलों के साथ एक बड़ी राष्ट्रीय पार्टी से गठबंधन करेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से वर्तमान में जातिगत जनगणना कराने की मांग की। पत्रकार वार्ता में जिला प्रवक्ता नाहर सिंह यादव, अध्यक्ष हाजी नूर मोहम्मद, वीर सिहं, सुंदर लाल, महानगर अध्यक्ष जेपी अग्रवाल, पूजा खन्ना आदि रहे।
यादव सामाजिक परिवर्तन यात्रा लेकर शनिवार देर शाम गाजियाबाद आए थे। यात्रा के संबंध में शिवपाल ने बताया कि दो अक्तूबर को मथुरा से यात्रा शुरू की गई। आगरा, फिराजाबाद, इटावा, सैफई, कानपुर नगर, फतेहपुर, प्रयागराज, अमेठी, मेरठ, मुजफ्फनगर, सहारनपुर, बागपत से गाजियाबाद पहुंची। रविवार को रथयात्रा नोएडा के लिए रवाना हुई। रथयात्रा का मकसद लोगों को जागरूक कर सरकार का उखाड फेंकना है।
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