देवरिया : जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिये आवश्यक निर्देश
- शिथिल आशा कार्यकर्तियों को चिन्हित कर कार्यवाही किए जाने के दिए निर्देश
- नसबन्दी की प्रगति सन्तोषजनक नही पाए जाने पर स्वास्थ्य कर्मियों को किया आगाह
देवरिया : जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने आज सीएमओ कार्यालय के धन्वन्तरि सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति सहित स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न संचालित योजनाओं की समीक्षा किये एवं आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में एमओआइसी बैतालपुर को अनुपस्थित रहने तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ रेनू मिश्रा को तैनाती स्थल सलेमपुर में कार्यभार नही ग्रहण करने पर भी नोटिस जारी किए जाने के निर्देश उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया।
जिलाधिकारी निरंजन ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्रान्तर्गत स्वास्थ्य विभाग की गतिविधियों पर पूरी नजर रखें। उन्होने कहा कि मरीजो का सही इलाज हो, साफ-सफाई स्वास्थ केन्द्रों पर सुनिश्चित हो एवं प्रसव केन्द्रों पर डिलीवरी सुचारु रुप से हो, इसे सुनिश्चित करायें। साथ ही उन्होने यह भी कहा कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रो में आधारभुत आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर की सभी सुविधाये उपलब्ध करायें।
जिलाधिकारी निरंजन ने रोगी कल्याण समिति, प्रधानमंत्री मातृत्व बंदन योजना, नियमित टीकाकरण, संचारी रोग नियंत्रण अभियान, जननी सुरक्षा, शिशु स्वास्थ्य, क्षय रोग, वैक्सिनेशन आदि कार्याे की गहन समीक्षा किये। उन्होने जननी सुरक्षा योजना के तहत ऐसे आशा कार्यकर्तियों, जो रुचि नही ले रही है, उन्हे विकास खण्डवार कम से कम दो-दो कार्यकर्तियों को चिन्हित करते हुए उन पर कार्यवाही किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होने नसबन्दी की कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की तथा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि इसमें सुधार लायी जाये, इसके लिए शिविर आयोजित किए जाये।
चिकित्सकीय परामर्श समय से उपलब्ध कराया जाए
उन्होने आशा कार्यकर्तियों को निर्देश दिया कि एक-एक प्रसव एवं नसबन्दी अनिवार्य रुप से करायें। साथ ही उन्होने निर्देश दिया कि ऐसे कार्यकर्ती जो अप्रैल से अब तक डिलीवरी नही करायी है, उनकी सूची तैयार कर नोटिस जारी करें एवं सुधार न होने पर उनकी सेवा समाप्ति की कार्यवाही करें। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे को जन्म देने के 48 घन्टे बाद तक अनिवार्य रूप से डॉक्टर की विशेष निगरानी में अस्पताल में भर्ती रखा जाए। अधिक जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकीय परामर्श समय से उपलब्ध कराया जाए जिससे मातृ मृत्यु दर में कमी आ सके।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आलोक पाण्डेय, सीएमएस महिला डा0 अल्पना रानी गुप्ता, एसीएमओ डा0 सुरेन्द्र सिंह, डा0 संजय चन्द्र, डा0 एसके चौधरी, डीपीएम राजेश गुप्ता, पूनम, डा0 इरसाद अहमद सहित प्रभारी चिकित्साधिकारी गण एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी गण आदि उपस्थित रहे।
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