WHO ने ओमीक्रॉन वेरिएंट को ज्यादा जोखिम मानते हुए पूरे विश्व को किया आगाह
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 के ओमीक्रॉन वेरिएंट को ‘बहुत ज्यादा जोखिम वाला’ मानते हुए पूरे विश्व को आगाह किया है। सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में सामने आए इस नए वेरिएंट के मामले कनाडा, यूके, नीदरलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, हॉन्ग कॉन्ग समेत 10 से ज्यादा देशों तक पहुंच चुके हैं।
हालात की गंभीरता को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने इसके बारे में बताया है कि लोगों और देशों को इससे सुरक्षा के लिए क्या कहना चाहिए। गौरतलब है कि भारत सरकार ने भी इसको लेकर नई गाइडलाइंस जारी की है और जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए नियम काफी सख्त कर दिए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक टेक्निकल नोट के जरिए कहा है कि, ‘यदि ओमीक्रॉन की वजह से कोविड-19 में बहुत ज्यादा इजाफा हुआ तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।’ इसके साथ ही यह भी कहा है, ‘अभी तक ओमीक्रॉन वेरिएंट की वजह से किसी मौत की सूचना नहीं है।’ ओमीक्रॉन पर दुनिया भर में रिसर्च शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि नया कोविड वेरिएंट पहले के डेल्टा,अल्फा, कप्पा, गामा से ज्यादा संक्रामक है।
ओमीक्रॉन कितना गंभीर है?
शुरुआती रिसर्च से लगता है कि दक्षिण अफ्रीका में अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों का दर बढ़ा है। लेकिन, ऐसा इसलिए भी हो सकता है कि लोग ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं, और यह अभी नहीं कहा जा सकता कि ये सारे ओमीक्रॉन के संक्रमण के ही मामले हैं। अभी तक ऐसी कोई तथ्यात्मक सूचना नहीं है, जिससे पता चले कि ओमीक्रॉन का कोई लक्षण दूसरे वेरिएंट से अलग हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ओमीक्रॉन की संक्रामकता, गंभीरता या कोविड वैक्सीन , टेस्ट और इलाज पर इसके प्रभाव को लेकर शोध पूरा करने में कई हफ्ते लग सकते हैं।
यह भी पढ़ें…
आगे की खबरों के लिए आप हमारे Website पर बने रहें…