जल संचयन के क्षेत्र में काम करने के लिए देश में नंबर वन राज्य बना उत्तर प्रदेश

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जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को राष्ट्रपति ने दिया पुरस्कार
प्रदेश सरकार को जल संचयन के क्षेत्र में काम करने के लिए देश में नंबर वन राज्य का पुरस्कार मिला है। वाटर मैनेजमेंट के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को यह सम्मान मिला है। जल शक्ति विभाग में कार्य करने के लिए यूपी को सभी राज्यों में नंबर वन चुना गया है। यूपी सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के हाथ से यह पुरस्कार प्राप्त किया।
सोमवार की शाम यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 के विभाग बंटवारे में स्वतंत्रदेव सिंह को जल शक्ति विभाग मिला था। मंगलवार को उन्होंने राष्ट्रपति के हाथों यह पुरस्कार को प्राप्त किया। यूपी सरकार ने बुंदेलखंड में जल संचयन के साथ ही सिंचाई के लिए नहरों का काफी बेहतर प्रयोग किया। नदियों की सफाई पर ध्यान देने के साथ ही बाढ़ नियंत्रण पर भी काम किया गया। यूपी में लम्बे समय से बेकार पड़ी सिंचाई की बड़ी परियोजनाओं के काम को गति दी गई, जिससे बड़ी आबादी को लाभ मिला है। किसानों को भी फसलों को सींचने में काफी सुविधा मिली है।
यूपी सरकार ने वर्षा के जल के संचयन को लेकर भी काफी सजगता पेश की है। आवासीय के साथ ही कई महानगरों में सरकारी कार्यालयों में भी वर्षा जल संचयन को लेकर काफी काम किया गया है। बुंदेलखंड में घर-घर पेयजल सुविधा से भी बड़ी आबादी को लाभ मिला है। प्रदेश में सीवेज ट्रीटमेंट पर भी काफी काम हो रहा है। कानपुर के बाद प्रयागराज, वाराणसी, आगरा और लखनऊ में भी नदियों में नाले का पानी जाने से रोकने की व्यवस्था करने के साथ उस पानी को सिंचाई में उपयोग के लायक बनाने पर जोर है।
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