जिलाधिकारी ने की जल जीवन मिशन की समीक्षा, गायत्री प्रोजेक्ट लिमिटेड को धीमी प्रगति पर चेतावनी

जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने आज विकास भवन के गांधी सभागार में जल जीवन मिशन ग्रामीण योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया है कि संचालित कार्य परियोजनाओं यथा बोरिंग व ऐसे कार्य-परियोजना जो लगभग 70% पूर्ण हो चुके हैं, उसे प्रत्येक दशा में माह जून तक अवश्य ही पूर्ण कर लिए जाए। उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एजेंसी के सदस्यों को भी निर्देश दिया कि वे सभी कार्य व परियोजनाओं की वास्तविक प्रगति की आख्या अपने स्तर से उपलब्ध कराएं।
जिलाधिकारी श्री निरंजन ने कार्यदायी संस्थाओं से कहा कि कार्य परियोजनाओं की पूर्णता गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। समीक्षा के दौरान ही उन्होंने जल निगम विभाग के एक जेई से स्पष्टीकरण तलब किया व सक्षम स्तर से नोटिस देने का निर्देश दिया।
उन्होंने प्रोजेक्ट मेंटेनेंस एजेंसी के गोपाल वर्मा को मुख्य विकास अधिकारी से प्रत्येक सप्ताह मिलकर कार्य परियोजनाओं की वस्तुस्थिति से अवगत कराए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं यथा अलसी इंफ्रा एवं गायत्री एजेंसी सहित समस्त अवर अभियंताओं से कहा कि एक-एक कार्य बिंदुओं की समस्या के मूल में जाएं जिससे अपेक्षित कार्य प्रगति क्यों नहीं नहीं है, उसकी जानकारी हो सके व समाधान भी सुनिश्चित करें। मेसर्स एलसी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड 81 परियोजना पर काम कर रही है, जबकि गायत्री प्रोजेक्ट लिमिटेड एक ही परियोजना पर काम शुरू कर सकी है। एजेंसी गायत्री की प्रगति असंतोषजनक पाए जाने पर उन्होंने शीघ्रता लाते हुए सुधार लाए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इन सभी कार्य परियोजनाएं जिसमें जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित हो गई है, उनका निर्माण कार्य तेज गति से कराया जाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार की अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है जो आम जन की सुविधाओं से जुड़ी है। इस योजना के तहत पाइप लाइन से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। अतः इसमें किसी प्रकार की शिथिलता लापरवाही कदापि नहीं होनी चाहिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम ग्रामीण अखिल आनंद, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय सहित कार्यदायी संस्थाओ के प्रतिनिधि गण आदि उपस्थित रहे।
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