प्राकृतिक खेती के अनाज की होगी ब्रांडिंग, प्रदेश के 18 मंडलों में बनेंगे टेस्टिंग लैब : योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि प्राकृतिक खेती (Natural Farming) से जो खाद्यान्न उत्पादन हो रहा है, उसके लिए सभी 18 मंडलों में पहले चरण में टेस्टिंग लैब स्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही, प्राकृतिक खेती के किसानों को उचित दाम मिल सके, इसलिए हर मंडी में अलग से व्यवस्था बनाकर व्यवस्थित मार्केटिंग के कार्य को हमने आगे बढ़ाना शुरू किया है। इसके अलावा बुंदेलखंड के सात जिलों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार अपने स्तर पर विशेष प्रयास कर रही है।
सीएम योगी ने यह बातें सोमवार को नीति आयोग के नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअली सहभागिता करते हुए कहीं। नीति आयोग ने गो आधारित प्राकृतिक खेती और इनोवेटिव एग्रीकल्चर विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया था। सीएम ने अपने संबोधन के अंत में कुछ सुझाव भी दिए। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने प्राकृतिक खेती को लेकर किए जा रहे राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।
इस दौरान योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हम आभारी हैं कि केंद्रीय बजट में भी प्राकृतिक खेती को स्थान दिया गया है। मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि पीएम की प्रेरणा से 2020 में हमने प्रदेश में नमामि गंगे यात्रा निकाली थी। इसके बाद हमने प्रदेश में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया था, जिसमें सात सौ से अधिक प्राकृतिक खेती से जुड़े हुए प्रशिक्षकों ने हिस्सा लिया था।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक बड़े भूभाग में हम लोग प्राकृतिक खेती को आगे बढ़ा रहे हैं और उसके बड़े अच्छे और चमत्कारिक परिणाम हमें देखने को मिले हैं। खासतौर पर नमामि गंगे और परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत पिछले तीन साल में प्रदेश में पहले चरण में जैविक खेती को आगे बढ़ावा दिया और 2020 के बाद से प्राकृतिक खेती को अपनाकर इस क्षेत्र में अनेक नवाचार भी किए हैं। नमामि गंगे योजना में भी प्रदेश के 27 जिलों में गंगा के तटवर्ती 10 किमी के अंदर प्राकृतिक खेती में ही औद्यानिकीकरण और कृषि वानिकी को शामिल करते हुए दो लाख से अधिक किसानों को जोड़ने के एक बड़े अभियान को हम आगे बढ़ा रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि जब 16 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राकृतिक खेती पर एक वर्चुअल संवाद किया था, उस समय प्रदेश के 1055 किसानों समेत प्रदेश के सभी 825 विकास खंडों में एक लाख 65 हजार किसान इस प्राकृतिक खेती से सीधे-सीधे जुड़ा हुआ दिखाई दिया था। प्रदेश में सरकार अनेक ऐसे कार्यक्रम चला रही है, जिससे प्रगतिशील किसानों को प्राकृतिक खेती के माध्यम से अपनी लागत को कम करके अपनी आय को कई गुना बढ़ाया है। उन्हें हम समय-समय पर सम्मानित भी करते हैं।
योगी ने कहा कि प्रदेश में हमारे कई किसान ऐसे हैं, जो प्राकृतिक खेती के साथ जुड़कर वर्तमान में इस अभियान को और धरती माता को विष से मुक्त करने के साक्षी बन रहे हैं। कार्यक्रम में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री आंध्र प्रदेश जगन मोहन रेड्डी, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही आदि मौजूद थे।
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