मिशन 2024 : योगी कैबिनेट के सभी मंत्रियों को मिली एक-एक मंडल की जिम्मेदारी, सप्ताह में 3 दिन करेंगे दौरा

अगले तीन महीने में सभी मंत्री, लोक सेवक आईएएस/पीसीएस को अपने और परिवार के सदस्यों की चल-अचल संपत्ति की करनी होगी घोषणा
यूपी की सत्ताधारी भाजपा 2024 को टारगेट कर अभी से तैयारी शुरू कर दी है। 25 अप्रैल 2022 को एक माह पूरे होने के बाद मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी कैबिनेट मंत्रियों को सफलता का मूल मंत्र देकर एक-एक मंडल की जिम्मेदारी दी है। ये मंत्री इन मंडलों की जनता की समस्याओं की रिपोर्ट तैयार कर सीएम योगी को फिडबैक देंगे।
सभी मंत्री मंडल में जाकर कानून व्यवस्था एवं योजनाओं की समीक्षा करेंगे। सभी मंत्री शुक्रवार, शनिवार और रविवार को मंडल का दौरा करेंगे। यह जिम्मेदारी सहयोगी दलों के कोटे से बने मंत्री आशीष पटेल एवं डॉ. संजय निषाद को भी दी गई है। इसके अलावा सीएम योगी ने सभी मंत्रियों, सभी लोक सेवक आईएएस/पीसीएस से अगले तीन महीने के अंदर अपने और परिवार के सदस्यों की चल-अचल अपनी संपत्तियों की घोषणा करने का निर्देश दिया है।
जानें किस मंत्री को किस मंडल की मिली जिम्मेदारी…
- उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या-आगरा मंडल
- उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक-वाराणसी मंडल
- सूर्य प्रताप शाही-मेरठ मंडल
- सुरेश खन्ना-लखनऊ मंडल
- स्वतंत्र देव सिंह-मुरादाबाद मंडल
- बेबी रानी मौर्या-झांसी मंडल
- चौधरी लक्ष्मी नारायण-अलीगढ़ मंडल
- जयवीर सिंह-चित्रकूट धाम मंडल
- धर्मपाल सिंह-गोरखपुर मंडल
- नंदगोपाल गुप्ता ‘नंदी’-बरेली
- भूपेंद्र सिंह-मिर्जापुर मंडल
- अनिल राजभर-प्रयागराज मंडल
- जितिन प्रसाद-कानपुर मंडल
- राकेश सचान-देवीपाटन मंडल
- अरविंद शर्मा-अयोध्या मंडल
- योगेंद्र उपाध्याय-सहारनपुर मंडल
- आशीष पटेल-बस्ती मंडल
- संजय निषाद-आजमगढ़ मंडल
जानें सीएम योगी ने क्या-क्या दिए निर्देश
- स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जनप्रतिनिधियों के आचरण की शुचिता अति आवश्यक है। इसी भावना के अनुरूप सभी मंत्रीगण शपथ लेने के अगले तीन माह की अवधि के भीतर अपने और अपने परिवार के सदस्यों की समस्त चल-अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करते हुए मंत्रीगणों के लिए निर्धारित आचरण संहिता का पूरी निष्ठा से पालन किया जाए।
- सभी लोक सेवक (आईएएस/पीसीएस को अपनी व परिवार के सदस्यों की समस्त चल/अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें। यह विवरण आमजनता के अवलोकनार्थ ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध कराया जाए।
- सभी मंत्रीगण यह सुनिश्चित करें कि शासकीय कार्यों में उनके पारिवारिक सदस्यों का कोई हस्तक्षेप नहीं हो। हमें अपने आचरण से आदर्श प्रस्तुत करना होगा।
- मंत्रिपरिषद के समक्ष सभी विभागों के सांगठनिक व्यवस्था से अवगत होते हुए विगत 05 वर्ष में विभाग की उपलब्धियों के परिचय के साथ आगामी 100 दिन, 06 माह, 01 वर्ष, 02 वर्ष और 05 वर्ष की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण संपन्न हो चुका है। अब इस कार्ययोजना को यथार्थ रूप देने का समय है। सभी मंत्रीगण विभागीय अधिकारियों का मार्गदर्शन करें। परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता को सुनिश्चित कराएं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम सभी को अंत्योदय के संकल्प को पूरा करने के लिए प्राण-प्रण से जुटना होगा।
- सरकार गठन के एक माह पूर्ण हो चुके हैं। हमारी भावी कार्ययोजना तैयार हो चुकी है। अब “सरकार जनता के द्वार” पहुंचेगी। आगामी विधानसभा सत्र से पूर्व मंत्रिपरिषद के प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा कर लेना होगा। इस संबंध में 18 मंत्री समूह गठित किए गए हैं। उप मुख्यमंत्री गणों की टीम में एक-एक राज्य मंत्री सम्मिलित हैं, शेष तीन सदस्यीय मंत्री समूह गठित किए गए हैं। यह 18 समूह 18 मंडलों का भ्रमण करेगी। भ्रमण का यह कार्यक्रम शुक्रवार से रविवार तक होगा। पहले चरण में प्रदेश भ्रमण करने के बाद मंत्री समूहों का रोटेशन प्रणाली के तहत दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी दी जाएगी।
- तीन दिवसीय मंडलीय भ्रमण के दौरान हर टीम को एक जनपद में कम से कम 24 घंटे रहना होगा। टीम का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ मंत्री कम से कम दो जिलों का भ्रमण करें। शेष मंत्री गणों को सुविधानुसार एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाए।
- मंत्री समूह मंडलीय भ्रमण के दौरान एक मंडलीय समीक्षा बैठक करेगा। जनपदों को वर्चुअली जोड़ा जा सकता है। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता जरूर हो। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पूर्व जनप्रतिनिधियों/संगठन/विचार परिवार के सदस्यों के साथ भी बैठक करें। उनकी अपेक्षाओं, समस्याओं और सुझावों को सुनें। निदान का प्रयास करें। मंडलीय समीक्षा बैठकों में विभागीय प्रस्तुतिकरण देखें।
- भ्रमण के दौरान जन चौपाल का कार्यक्रम अवश्य करें। सीधा जनता से संवाद करें। किसी एक विकास खंड/तहसील के औचक निरीक्षण करे। दलित/मलिन बस्ती में सहभोज का कार्यक्रम रखें। विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करें। गुणवत्ता की परख करें। शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भेंट करें। कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए महिला सुरक्षा के मामलों, एससी/एसटी के प्रकरणों में अभियोजन की स्थिति, पुलिस पेट्रोलिंग, बाल यौन अपराधों, व्यापरियों की समस्याओं, गैंगस्टर पर कार्रवाई आदि का पूरा विवरण देखें। मंत्री समूहों के हर सदस्य को रात्रि विश्राम किसी जिले में ही करना होगा। रात्रि विश्राम सरकारी अतिथि गृह में ही करना सुनिश्चित करें।
- हर टीम अपनी भ्रमण रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष प्रस्तुत करेगी। मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्री समूह की आकलन रिपोर्ट पर चर्चा होगी। इसके बाद जनहित में और कदम उठाए जाएंगे।
- प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत 05 वर्ष में टीम यूपी ने जन अपेक्षाओं के अनुरूप विकास और सुशासन का मॉडल प्रस्तुत किया है। अब हमारी प्रतिस्पर्धा हमसे ही है। हमें जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप आचरण करते हुए प्रदेश के समग्र विकास के लिए कार्य करना होगा।
- राज्यमंत्री गणों को कार्य आवंटन पूर्ण हो गया है। यह सुनिश्चित किया जाए कि विभागीय बैठकों में राज्यमंत्री गणों को जरूर सम्मिलित हों।
- दूसरे राज्यों/राष्ट्रों के दौरे पर जाने वाले मंत्रीगण/अधिकारीगण वापस लौटने के उपरांत अपने अनुभवों/नई जानकारियों के बारे में मंत्रिपरिषद के समक्ष अपनी प्रस्तुति देगा।
- सभी मंत्रीगणों को सोमवार व मंगलवार को अनिवार्य रूप से राजधानी में रहना होगा। शुक्रवार से रविवार तक अपने निर्वाचन क्षेत्र/प्रभार के जिलों में जनता के बीच रहने का कार्यक्रम बनाएं।
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