योगी ने कहा-यह भाजपा सरकार है, यहां अपराधियों के बारे में यह नहीं कहा जाता कि “लड़के हैं गलती हो जाती है”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ शब्दों में कहा है कि अपराध किसी प्रकार का हो, वह अक्षम्य है। कोई सरेआम अपराध करे सरकार इसे स्वीकार नहीं कर सकती। यही नहीं, समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, यहां अपराधियों के बारे में यह नहीं कहा जाता कि “लड़के हैं गलती हो जाती है”। मुख्यमंत्री मंगलवार को विधानसभा में कानून-व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। सपा शासन काल में खराब कानून-व्यवस्था की याद दिलाते हुए सीएम ने कहा कि सपा हर उस अपराधी का समर्थन करती है, जो उत्तर प्रदेश में अराजकता के पर्याय थे। गुंडागर्दी जिनका पेशा था। आज उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था देश के अंदर नजीर बनी हुई है।
योगी ने कहा कि 05 साल में कोई दंगा नहीं हुआ। 2012-17 के बीच सपा काल में 700 से ज्यादा बड़े दंगे हुए थे। महीनों महीनों तक मुजफ्फरनगर, लखनऊ, बरेली में कर्फ्यू लगे रहे। कोई ऐसा जिला नहीं था, जहां दंगा न हुआ हो। वहीं 2017-22 तक में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। कहीं कोई कर्फ्यू नहीं लगा। यही नहीं, नई सरकार के गठन के बाद राम नवमी पर जबकि सात राज्यों में दंगे हुए, यूपी में कोई दंगा नहीं हुआ। हनुमंत जयंती पर कोई दंगा नहीं हुआ। और शायद इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जबकि अलविदा की नमाज़ सड़कों पर नहीं हुई। ईद के अवसर पर सड़कों पर कोई अराजकता नहीं हुई। शान्तिपूर्ण तरीके से पर्व औए त्योहार मनाये गए।
योगी ने कहा कि आज अगर अपराधी है तो जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कार्रवाई होती है और नेता प्रतिपक्ष ने भी यह स्वीकार किया है कि कार्रवाई होती है। उन्होंने कहा कि विगत 05 वर्ष में कानून-व्यवस्था के बेहतर माहौल ने ही इस सरकार को फिर से इतना व्यापक जनसमर्थन दिलाया है। यहां सदन में विधायकों की संख्या इस बात के प्रमाण है। उन्होंने कहा कि जनता और आधी आबादी ने जिस भाव के साथ सरकार को समर्थन दिया है, वह अभिनन्दनीय है।
समाजवादी पार्टी शासनकाल में बदहाल हो चुकी कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि पूर्व के दिनों में चुनावों के दौरान और बाद कि हिंसात्मक घटनाओं की याद दिलाई। सीएम ने कहा कि इस बार भी चुनाव सम्पन्न होने के बाद कुछ लोगों ने हरकत की थी। लेकिन उन हरकतों को हमने कुछ ही घंटों में कंट्रोल भी कर लिया था। बहुत सारे लोगों ने गर्मी दिखाने का प्रयास किया था, उनकी गर्मी भी शांत हो रही है। महिला सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए सीएम ने कहा है कि महिला संबंधी अपराधों को लेकर सरकार पूरी तरह संवेदनशील है। एंटी रोमियों स्क्वाड का गठन 2017 में महिला अपराधों को रोकने के लिए कर दिया था। इसके साथ ही 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना भी कर दी गई है। आंकड़ों के हवाले से उन्होंने कहा कि यूपी में घटित होने वाले अपराधों विभिन्न प्रकार के अपराधों में भारी गिरावट आई है।
हालिया दिनों में पर्व और त्योहार के शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न होने की बात कहते हुए सीएम ने कहा कि हमें शिकायत मिलती थी, कि कोई बुजुर्ग है, कोई नवजात शिशु है, कोई बीमार है। उनकी सहूलियत के लिए धर्मस्थलों पर से अनावश्यक माइक उतरने चाहिए। शोरगुल बंद होना चाहिए। हम लोगों ने अपील की, धर्मगुरुओ से संवाद किया और 01 लाख से अधिक माइक या तो उतरे हैं या उनकी आवाज कम हुई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में यह पहले भी हो सकता था, लेकिन तब की सरकारों में इच्छाशक्ति नहीं थी। हर चीज को वोटबैंक के नजरिये से देखने की जो प्रवृत्ति है, उसने नहीं करने दिया। सीएम ने कहा कि सबको सुरक्षा देना हमारा दायित्व है, सुविधा देना सरकार का कार्य है। पर्व और त्योहार शान्तिपूर्ण ढंग से मनवाने में हम सहयोग करेंगे। उन
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सिद्धार्थनगर में विगत दिनों हुई एक महिला की मौत का प्रकरण उठाया, जिस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने पूरे घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिद्धार्थनगर में पुलिस पार्टी के जाने के बाद जितेंद्र यादव नाम के व्यक्ति ने गोली चलाई थी, मुस्लिम निर्दोष महिला को गोली मारी थी। अवैध असलहे से गोली चलाई गई। अपराधी पकड़ा गया है। और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई के लिए प्रशासन को पूरी छूट दी गई है। वहीं तंज करते हुए यह भी कहा कि 2017 में जब पहली बार हमारी सरकार का गठन हुआ था, उस समय आजमगढ़ में जहरीली शराब से कई मौतें हुई थीं। हम लोग जब तह में गए तो पता चला कि उसमें समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों का हाथ था। हमारे पास इसके पूरे तथ्य हैं प्रमाण हैं, नाम लेंगे तो विपक्ष को खराब लगेगा।
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