डिप्टी सीएम के सख्त तेवर के बाद स्वास्थ्य विभाग के तबादला एक्सप्रेस पर बवाल, महानिदेशक ने गठित की जांच समिति
स्वास्थ्य विभाग के तबादला एक्सप्रेस को 30 जून 2022 को हरी झंडी दिखाकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं के महानिदेशक वेदव्रत सिंह रिटायर्ड हो गए। इसके बाद महकमे के विभिन्न अनुभागों में हुए तबादले पर बवाल मच गया है।
राजधानी लखनऊ से खबर है कि सूबे के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह द्वारा स्वास्थ्य विभाग में प्रदेश भर में किए गए तबादलों पर सवाल खड़ा करने के बाद सेहत महकमे की नींद उड़ गई है। तबादले की लिस्ट जारी होने के बाद सेहत महकमे के अफसरों की मनमानी सामने आ गई। इससे सरकार के मंत्रियों की हुई छिछालेदर से मंत्री खासा नाराज हैं, जो अब मनमानी करने वाले अफसरों पर भारी पड़ रही है।
उधर, यूपी स्वास्थ्य भवन से खबर है कि महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं लिली सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के हुए सभी तबादलों की जांच करने के लिए बुधवार को एक 5 सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। महानिदेशक के जारी चिठ्ठी में इस बात का उल्लेख किया गया है कि कमेटी स्थानांतण के लिए प्राप्त सभी आवेदनों और शिकायतों की जांच करेगी और जांचों उपरांत 3 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
महानिदेशक की गठित जांच समिति में ये जिम्मेदार हैं शामिल…
- डॉ. अशोक कुमार, निदेशक, सीएमएसडी
- डॉ. अविनाश कुमार सिंह, निदेशक, संचारी रोग
- डॉ. आभा वर्मा, निदेशक, राष्ट्रीय कार्यक्रम
- डॉ. शैलेश कुमार श्रीवास्तव, अपर निदेशक, पीएचसी
- डॉ. पंकज सक्सेना, संयुक्त निदेशक, संचारी रोग
आपको बता दें कि एक तरफ सूबे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तो दूसरी तरफ राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने प्रदेश भर में किए गए तबादलों पर तबादला नीति का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। अब सवाल उठता है कि क्या किए गए तबादले निरस्त होंगे?, क्या जिसने भी पॉवर का दूरुपयोग किया उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
यह है महानिदेशक की 5 सदस्यीय कमेटी गठित करने की चिठ्ठी…
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