यूपी : आवेदकों को आरटीओ जाना जरूरी नहीं, अब घर बैठे लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन टेस्ट की व्यवस्था
सरकार के 100 दिन पूरे होने पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने पेश किया रिपोर्ट कॉर्ड
यूपी में सीएम योगी के दिशा-निर्देश पर परिवहन मंत्री ने अपने विभाग से संबंधित कार्य योजना का आने वाले 6 महीने, दो साल और पांच साल का रोड मैप तैयार कर लिया है। सरकार के 100 दिन पूरे होने पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने मंगलवार को अपने विभाग का रिपोर्ट कॉर्ड पेश किया। बताया कि परिवहन विभाग ने 11 कामों को पूरा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले विभाग 14 करोड़ रुपये के घाटे में था लेकिन तीन महीने 300 करोड़ का लाभ विभाग को हुआ है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में आर्टिफिशियल इंटेजिलेंस आधारित लर्नर लाइसेंस की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है, जिससे लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदकों को आरटीओ जाना जरूरी नहीं है। इस सुविधा के द्वारा आवेदक घर बैठे लर्नर लाइसेंस के लिए ऑनलाइन टेस्ट दे सकते हैं। इसके साथ ही अब किसी व्यक्ति को स्पेशल परमिट लेने के लिए आरटीओ कार्यालय नहीं आना पड़ेगा, केवल ऑनलाइन आवेदन करके स्पेशल परमिट मिल जाएगा।
मंत्री ने बताया कि उरई और फिरोजाबाद में एक सारथी हॉल का निर्माण किया जा चुका है, जहां आवेदकों के ड्राविंग लाइसेंस सम्बन्धी प्रपत्रों की स्क्रूटनी, फोटो एवं सिग्नेचर की डिजिटल कैपचरिंग व्यवस्था की गई है। परिवहन विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने बताया कि विभाग से परमिट देरी से मिलने को लेकर ऑनलाइन परमिट पर डिजिटल हस्ताक्षर की व्यवस्था लागू कर दी गई है, जिससे वाहन स्वामी स्वयं ऑनलाइन वाहन पोर्टल से परमिट डाउनलोड कर सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश के पांच लाख से अधिक कॉर्मिशयल वाहन पर 916 करोड़ रुपए जो सरचार्ज या ब्याज था उसको विभाग की ओर से माफ किया गया है। परिवहन विभाग में इस तरह की योजना पहले नहीं थी। यह योजना पहली बार आई है। इसके अलावा सड़क सुरक्षा को देखते हुए निजी क्षेत्र में वाहनों की फिटनेस की ऑटोमेटेड व्यवस्था बनाये जाने के लिए राज्य सरकार की ओर से ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन की मानक संचालन प्रक्रिया निर्धारित की जा गई है, जिससे प्रदेश के हर जिलों में वाहनों की फिटनेस ऑटोमेटेड तरीके से निर्गत की जायेगी।
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