प्रवासी मजदूरों के न आने से आजमगढ़ में ढहा सपा का किला
समीक्षा बैठक में अखिलेश यादव के सामने सपा नेताओं ने दी दलील
दिल्ली व मुंबई से प्रवासी मजदूरों के न आने से समाजवादी पार्टी को अपने गढ़ आजमगढ़ में हार का सामना करना पड़ा। जी हां, सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में हार की समीक्षा को लेकर बुलायी गई बैठक में जनपद के अधिकांश विधायकों एवं स्थानीय नेताओं ने यह दलील दी है।
सपा नेताओं ने कहा कि आजमगढ़ की अधिकांश आबादी रोजगार के लिए मुंबई, दिल्ली, पंजाब, गुजरात सहित विभिन्न महानगरों में रहती है। उपचुनाव में इन मतदाताओं को बुलाने में पार्टी के स्थानीय नेता असफल रहे, जिसकी वजह से लोकसभा उपचुनाव महज 8679 वोटों के अंतर से हारना पड़ा। समीक्षा बैठक में अखिलेश यादव ने कहा कि जिस बूथ पर कम वोट मिले हैं, वहां अभी से तैयारी की जाए। बता दें कि आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सपा के धर्मेंद्र यादव को हराया है।
आधी आबादी रोजगार के लिए पलायन को मजबूर:
बता दें कि आजमगढ़ की आबादी लगभग 50 लाख से ज्यादा है, लेकिन जनपद में रोजगार का अभाव है, जिसकी वजह से यहां की अधिकांश आबादी दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, गुजरात के अलावा अरब देशों में रोजगार के लिए पलायन कर चुकी है। आजमगढ़ के अलावा पूर्वांचल के अधिकांश जनपदों का भी कमोबेश यही हाल है, जहां रोजगार के अभाव की वजह से युवाओं का बड़ा तबका पलायन को मजबूर है।
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