November 22, 2024

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सर्वदलीय बैठक में विस अध्यक्ष ने कहा-संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा से लोकतंत्र मजबूत होता है

19 सितम्बर, 2022 से शुरू है 18वीं विधानसभा का द्वितीय सत्र, 22 सितम्बर को प्रश्नकाल के बाद महिला सदस्यों को चर्चा हेतु आरक्षित रहेगा, जो देश की सभी विधान सभाओं में अनूठा होगा

लखनऊ (यूपी)। विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी विधानसभा है। स्वाभाविक रूप से यूपी विस की कार्यवाही पूरे देश के विधान मंडलों के लिए एक मानक और आदर्श भी प्रस्तुत करती है।

मौका था रविवार को विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक का, जहां 19 सितम्बर, 2022 से शुरू हो रहे 18वीं विधानसभा के द्वितीय सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से विधानसभा अध्यक्ष ने सहयोग के लिए अनुरोध किया। इस दौरान सभी दलीय नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखें और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता ने बड़े विश्वास के साथ सभी माननीय सदस्यों को देश की सबसे बड़ी विधानसभा में चुनकर भेजा है। उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना हम सबका दायित्व है, सभी दलों की गरिमा बढ़ेगी। योगी ने कहा कि  गम्भीर और प्रभावी चर्चा से जनता के सम्मान में वृद्धि होगी। सभी सदस्यों को आश्वस्त करता हूं कि सरकार उनका भरपूर सहयोग करेगी।

इस मौके पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता के साथ सदन में माननीय सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से तथा विकास को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगी। सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है।

इससे पूर्व कार्य-मंत्रणा समिति की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के पहले दिन वर्तमान सदस्य के निधन का निदेश तथा 20 सितम्बर को तीन माननीय सदस्यों को जन्मदिन की बधाई दी जाएगी। इसके अगले दिन भूतपूर्व सदस्यों के निधन के निदेश तथा 22 सितम्बर को प्रश्नकाल के बाद महिला सदस्यों को चर्चा हेतु आरक्षित रहेगा, जो देश की सभी विधान सभाओं में अनूठा होगा।

बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष के स्थान पर मनोज पाण्डेय, राष्ट्रीय लोक दल के नेता राजपाल वालियान, अपना दल (सोनेलाल) के नेता राम निवास वर्मा, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के नेता अनिल कुमार त्रिपाठी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सदस्य बेदीराम, कांग्रेस पार्टी की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ जनसत्ता दल (लोकतान्त्रिक) के उपनेता विनोद सरोज, बहुजन समाज पार्टी के नेता उमाशंकर सिंह ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किया और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में हर तरह का सहयोग देने का आश्वासन दिया। इस दौरान विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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