यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा देवरिया से 12 साल पहले फरार, 50 हजार का इनामी अपराधी राम आसरे केवट

यूपी के जनपद देवरिया जेल गेट से करीब 12 साल पहले फरार रुदल गैंग का कुख्यात राम आसरे केवट के पकड़े जाने की खबर है। यह हत्या-अपहरण जैसे जघन्य मामलों का आरोपी था। फरारी के बाद इसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने इसके ऊपर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। तकनीक और सटीक मुखबिरी के जरिए यूपी एसटीएफ ने इसे वाराणसी से धर दबोचा।
एसटीएफ ने इसके पास से 1 तमचा, 315 बोर का 2 दो जिंदा कारतूस और 250 रुपए नगदी बरामद की है। बताया जाता है कि 5 दिसंबर 2011 को देवरिया जेल गेट के पास पुलिस कस्टडी से 2 अन्य के साथ यह फरार हो गया था, तब से पुलिस को इसकी तलाश थी। एसटीएफ के एडीसनल एसपी विनोद कुमार ने बताया कि पकड़ा गया अपराधी राम आसरे केवट 50 हजार का इनामी था, काफी समय से पुलिस को इसकी तालाश थी। इसके थाना कैंट पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी में दाखिल कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
खबर के मुताबिक बताया जाता है बिहार प्रांत के पश्च्मि चम्पारण जिले के थाना बगहां निवासी राम आसरे केवट पुत्र राजकुमार की यूपी एसटीएफ को काफी समय से तलाश थी। फरार व इनाम षोषित अपराधियों के सक्रिय अपराधों में लिप्त होने की खबर पर पुनीत परिहार व निरीक्षक एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के नेतृत्व में टीम गठित कर पुलिस सूचना जुटा रही थी। इसी दौरान एसटीएफ को मुखबिर से खबर मिली कि देवरिया जनपद से पचास हजार का इनामी कुख्यात हत्या व अपहरण के मामले में देवरिया जेल से वर्ष 2011 में फरार राम आसरे केवट जनपद वाराणसी में है। इस खबर पर एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी की टीम एक्शन में आई और मुखबिर के बताए गए स्थान पर धावा बोल दिया, जहां से टीम कुख्यात राम आसरे केवट को गिरफ्तार करने में कामयाब हो गई।
एसटीएफ की पूछताछ में कुख्यात राम आसरे केवट ने बताया कि वह बिहार के सीमावर्ती जनपद कुशीनगर व पश्चिमी चम्पारण में अपराधी रूदल यादव (एसटीएफ गोरखपुर के साथ हुए मुठभेड में मृत) गैंग का सक्रिय सदस्य था। रूदल गैंग के साथ उसके घर पर अक्सर आकर रूका करता और अपहृत व्यक्ति को रखता था। इसी दौरान उसकी जान-पहचान रूदल व गैंग के सदस्यों से हुई। उनके साथ मिलकर हत्या-अपहरण की घटनाओं को अन्जाम देने लगा।
एसटीएफ को बताया कि उसने गैंग के साथ मिलकर वर्ष 2007 में जनपद कुशीनगर के थाना जटहा बाजार क्षेत्रान्तर्गत इन्द्रासन चौरसिया व राम निवास चौरसिया को घर से ले जाकर हत्या की। जनपद कुशीनगर के ही थाना हनुमानगंज क्षेत्रान्तर्गत किशुनदेव यादव एवं बीरबल यादव की हत्या करने के बाद साथियों के साथ फरार हो गया। उसी दौरान बिहार के पश्चिमी चम्पारण क्षेत्र के सूजीघाट से नारद के लड़के का अपहरण किया। इस घटना में बिहार पुलिस ने अपहृत की बरामदगी की और साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया था।
गिरफ्तारी के बाद यूपी की कुशीनगर पुलिस ने वाररंट (बी) बनवाकर देवरिया जेल में दाखिल किया था। पुलिस कुशीनगर न्यायालय के समक्ष पेशी कराकर वापस कस्टडी में देवरिया जेल में दाखिल करने के लिए 5 दिसंबर 2011 को जिला कारागार गेट के पास पहुंची ही थी कि कस्टडी से वह 2 अन्य के साथ फरार हो गया था।
पुलिस के रिकॉर्ड में दर्ज कुछ आपराधिक मामले…
- 291/2007 302/34 भादवि जटहां बाजार, कुशीनगर
- 204/2007 302 भादवि हनुमानगंज, कुशीनगर
- 652/2007 364 भादवि पटकौली, पश्चिमी चम्पारण बिहार
- 2071/2011 223/224 भादवि, कोतवाली देवरिया
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