प्राइवेट अस्पताल में प्रसूता की हुई मौत, अस्पताल प्रबंधन ने हकीकत छिपा लाश को किया रेफर, परिजनों ने किया हंगामा

हंगामा देख कर्मचारी अस्पताल में ताला बंद कर फरार हो गए, ताला बंदी से आठ मरीज तीन घंटे तक अस्पताल में अंदर ही फंसे रहे, आला अफसरों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ
देवरिया (यूपी)। जनपद क़े रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र क़े रामलक्षण मे एक निजी अस्पताल में डिलेवरी क़े दौरान प्रसूता की मौत हो गई जिसके बाद परिजनों ने जम कर बवाल काटा । इस दौरान आला अधिकारियों क़े पहुंचने पर किसी तरह मामला शांत हुआ।
खबर के मुताबिक बताया जाता है कि सिंघपुर सासाराम निवासी सोनू निषाद अपनी पत्नी निशा को लेकर रामलक्षण स्थित अयांश हॉस्पिटल पहुंचे। डिलेवरी क़े दौरान उनकी पत्नी निशा की मौत हो गई। आनन फानन में कर्मचारियों ने शव को ही गोरखपुर रेफर कर दिया जहां परिजनों को पता चला की उसकी मौत तो बहुत पहले हो चुकी है फिर क्या था परिजन आक्रोशित हो गये और वापस लौट अस्पताल पर हंगामा शुरु कर दिया, हंगामें की जानकारी होने पर रुद्रपुर क्षेत्राधिकारी, सदर कोतवाल व स्वास्थ्य विभाग क़े लोग पहुंचे और अस्पताल का ताला खुलवाकर फंसे मरीजों को सीएचसी गौरीबाजार में भर्ती कराया गया तथा अस्पताल को सीज कर दिया उधर मान मानमनौवल क़े बाद परिजनों ने शव को पीएम क़े लिए भेजा।
सीएमओ राजेश झां ने बताया कि अस्पताल पर चिकित्सक व अन्य कर्मचारी हंगामें के चलते फरार हो गये थे। वहां ऐसे मरीजों को गौरीबाजार सीएचसी पर भर्ती करा दिया गया है। अस्पताल को सीज कर मामले की जांच कर कार्रावाई की जाएगी।
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