November 22, 2024

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खेतों में पराली जलाने पर 9 किसानों को लगा झटका, प्रशासन ने की पीएम किसान सम्मान निधि रोकने की कार्रवाई

देवरिया (यूपी)। खबर है कि खेतों में पराली जालाने के आरोप में जनपद के 9 किसानों की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि रोक दी जाएगी। अब उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा, क्योंकि ऐसे 9 किसानों को चिह्नित कर प्रशासन ने किसान सम्मान निधि रोकने का नोटिस दिया है। यहीं नहीं ऐसे किसानों को मिलने वाली कृषि विभाग की अन्य सरकारी योजनाओं पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई भी हो सकती है। खेतों में पराली न जलाई जाए, इसे रोकने के लिए शासन के निर्देश जिला प्रशासन सख्त है। इसकी बानगी 9 किसानों को भेजी गई नोटिस है।

कृषि उपनिदेशक विकेश कुमार पटेल ने बताया कि पर्यावरण दूषित न हो, खेतों में जैविक व्यवस्था बनी रहे इसके लिए शासन ने पराली को खेतों में न जलाने का निर्देश दिया है। इसकी निगरानी करने और जलाने वालों पर कार्रवाई करने को कहा है, बावजूद किसान खेतों में  पराली जला रहे हैं। इस आरोप में जनपद में 9 किसानों को चिह्नित कर उनकी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि रोकने के संबन्ध में नोटिस दिया गया है। साथ ही इन्हें मिलने वाली कृषि विभाग की अन्य सरकारी योजनाओं पर आजीवन प्रतिबंध लगाने पर भी विचार किया जा रहा है।

कृषि उपनिदेशक ने बताया कि जिन किसानों को नोटिस दी गई है, उनमें किशुनेपाली के अब्दुल सत्तार, शाहपुर के बालदेव, हरपुर के शिवाजी पांडेय सहित अन्य नाम शामिल हैं, जिनके खिलाफ पराली जलाने को लेकर वसूली की भी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के 8 तकनीकी सहायक को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। क्योंकि प्रशासन द्वारा पूर्व में सभी कर्मचारियों को निर्देशित किया गया था कि वे अपने-अपने क्षेत्र में रहकर पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाएंगे। बावजूद क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाएं हो रही हैं। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि कहीं ना कहीं कर्मचारी भी इस कार्य में शिथिलता बरत रहे हैं। तत्काल इसका संज्ञान लेते हुए उन कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने बताया कि जनपद में शुभम bio-energy के द्वारा अब तक 42 किसानों का लगभग 200 टन पराली डेढ़ सौ रुपया प्रति कुंतल की दर से खरीद किया गया है। इसका प्रचार-प्रसार कराते हुए किसानों को जागरूक किया जा रहा है कि वे भी पराली की बिक्री करें और पराली खेत में न जलाएं।

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