महाकुम्भ – 2025 को ग्रीन कुम्भ का स्वरूप देगी योगी सरकार
महाकुम्भ में इस बार मेट्रो लाइन और रोप- वे के निर्माण पर भी सरकार करेगी प्रयास, लन्दन व्हील की तरह संगम व्हील की कल्पना भी संगम किनारे होगी साकार
प्रयागराज। प्रयागराज में 2025 में लगने जा रहे महाकुम्भ को लेकर योगी सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है। प्रयागराज में मेला विकास प्राधिकरण में महाकुम्भ की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में महाकुम्भ 2025 को स्वच्छ ,सुरक्षित और दिव्य कुम्भ बनाने की योजना पर मुहर लगी है। कुम्भ का जो स्वरूप इस बार संगम की त्रिवेणी की रेती में उतरेगा उसका एक रोड मैप मुख्यमंत्री की बैठक में प्रस्तुत गया।
महाकुम्भ – 2025 होगा ग्रीन कुम्भ: इस बार आगामी महाकुम्भ 2025 में ग्रीन कुम्भ की कल्पना साकार होगी। ग्रीन कुम्भ के रूप में इसे आयोजित करने के लिए योगी सरकार ने इसका खाका तैयार करना शुरू कर दिया है। प्रयागराज के इंटीग्रेटेड कण्ट्रोल कमांड सिस्टम सभागार में आज विभिन्न विभागों द्वारा पेश किये गए सुझावों के बाद इसका नया स्वरूप सामने आया है। ग्रीन कुम्भ का स्वरूप देने के लिए महाकुम्भ को प्रदूषण मुक्त रखने और स्वच्छता पर ख़ास ध्यान दिया जाएगा। पिछली बार कुम्भ क्षेत्र में 1 लाख 24 हजार टॉयलेट लगाए गए थे जबकि इस बार दो लाख टॉयलेट कुम्भ क्षेत्र में लगाये जाएंगे। इसमें में भी आधे से अधिक टॉयलेट बायो टॉयलेट हों इसका भी प्रयास किया जाएगा।
भीड़ प्रबन्धन , यातायात ब्यवस्था और सुरक्षा के लिए ड्रोन का होगा प्रयोग:
इस बार के महाकुम्भ में योगी सरकार का लक्ष्य 40 करोड़ से अधिक भीड़ के आगमन की व्यवस्था करना है। पिछली बार के 24 करोड़ की तुलना में बढ़ी हुई इस भीड़ को देखते हुए इसकी व्यवस्था एक बड़ी चुनौती होगी। इस चुनौती से निपटने के लिए ड्रोन की मदद ली जायेगी। कुम्भ क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन , यातायात प्रबंधन और सुरक्षा की निगरानी करने के लिए कुम्भ क्षेत्र में बनांये गए आई सीसीसी को ड्रोन के साथ समन्वित किया जाएगा।
महाकुम्भ में मेट्रो लाइन , रोप- वे और क्रूज के संचालन की कल्पना को भी लगेंगे पंख :
कुम्भ क्षेत्र में भीड़ के दबाव को देखते हुए महाकुम्भ में मेट्रो चलाने पर भी विचार किया जा रहा है। अगर मेट्रो लाइन बिछाना संभव न हो सका तो पोड सिस्टम के प्रयोग पर भी विचार होगा। इसके अलावा रोप- वे का निर्माण और क्रूज चलाने की योजना पर भी काम शुरू किया जाएगा है। इसके लिए कार्य योजना बनाई जा रही है। क्रूज चलाने की योजना पर भी केंद्र सरकार से भी विमर्श किया जा रहा है।
विदेशी मेहमानों के लिए बनेगे तीन फाइव स्टार होटल : योगी सरकार द्वारा आयोजित पिछले महाकुम्भ की पूरी दुनिया में चर्चा रही और दुनिया भर में इसे सराहा गया । इसे देखने के लिए 113 देशो से लोग आये थे। इस बार यह संख्या बढ़नी तय है। इन विदेशी मेहमानों के ठहराने के लिए सर्वोत्तम व्यवस्था देने के लिए सरकार शहर में तीन फाइव स्टार होटल भी बनाएगी। इसके अलावा टेंट सिटी को पिछली बार से अधिक भव्य स्वरूप दिया जाएगा।
महाकुंभ में शहर में 300 नयी सड़के, 9 फ्लाई ओवर व आरओबी बनेगी : महाकुम्भ में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ को ब्यवस्थित करने के लिए इस बार शहर में 300 से अधिक सड़कों का निर्माण होगा। इसके अलावा जाम की समस्या से बचाव के लिए 9 फ्लाई ओवर व आरओबी (रेल ओवर ब्रिज) भी बनेंगे। इन सभी निर्माण की गुणवत्ता पर भी निरंतर निगरानी की जायेगी।
लन्दन व्हील की तरह संगम व्हील की कल्पना भी महाकुंभ में होगी साकार: लन्दन व्हील लन्दन की टेम्स नदी के किनारे बनाया गया ऐसा झूला नुमा व्हील है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों का सबसे बड़ा मनोरंजन और आकर्षण का केंद्र है।
महाकुम्भ में आने वाले पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाने के लिए इस बार लन्दन व्हील की तर्ज पर संगम क्षेत्र में संगम व्हील बनाया जाएगा। इसके लिए भी सरकार कार्य योजना तैयार कर रही है।
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