राज्य कर्मचारी का दर्जा देने सहित अन्य मांगों को लेकर आशा वर्करों ने सीएमओ दफ्तर पर बुलंद की आवाज
देवरिया (यूपी)। खबर है कि राज्य कर्मचारी का दर्जा देने, न्यूनतम मानदेय 21 हजार रुपए करने और 10 लाख रुपए स्वास्थ्य बीमा व 50 लाख रुपए का जीवन बीमा करने की मांग को लेकर प्रदेश व्यापी कार्यक्रम के मद्देनजर लामबंद आशा वर्करों का चला आ रहा सांकेतिक धरना-प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। इस दौरान धरने पर बैठीं आशा वर्कर अपनी मांगों को पुरा करने के अपनी-अपनी आवाज बुलंद करती रहीं। एकजुटता के नारे लगती रहीं। बताया जाता है कि इसी दौरान धरने पर बैठीं आशा वर्करों के सामने सीएमओ पहुंच गए और हट जाने की वार्निंग दे डाली। सीएमओ की इस वार्निंग से गुस्साईं महिला वर्करों ने सीएमओ दफ्तर के मेन गेट में ताला जड़ दिया। बाद में कुछ कर्मचारियों के हस्तक्षेप के बाद ताला खुला।
खबर के मुताबिक बताया जाता है कि संघ की जिलाध्यक्ष सविता देवी के नेतृत्व में सीएमओ दफ्तर के सामने बैठा आशा वर्करों का दल अपनी उपरोक्त मांगों का दुहराता रहा। संघ की जिलाध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर यह सांकेतिक धरना-प्रदर्शन प्रदेश के सभी जनपदों में चल रहा है। 28 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी और सीएमओ को सौंप कर अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की जाएगी, ताकि आशा वर्करों का जीवन स्तर ऊंचा हो और उनका परिवार भी सुक्षित रहे।
धरना-प्रर्दशन में संगठन की राज्य सचिव साधना पांडेय, जिला सचिव संगिता तिवारी, नम्रता मालवीय, शिमला सिंह, हिरामति, दुर्गावती देवी, संगिता देवी, कंचन मिश्रा, पुष्पा देवी, रीता देवी, रमावती देवी सहित अन्य आशा वर्कर मौजूद थीं।
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