October 24, 2025

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यूपी : बिजली कर्मियों की हड़ताल समाप्त, प्रदेश की जनता ने ली राहत की सांस, वापस होंगे मुकदमे

यूपी में 65 घंटे से चल रही बिजली कर्मियों की हड़ताल रविवार दोपहर करीब 3 बजे समाप्त हो गया। इसके साथ ही सभी बिजली कर्मचारी अपने-अपने काम पर वापस लौट गए। इससे प्रदेश की जनता ने राहत की सांस ली है। ऊर्जा मंत्री ए. के शर्मा ने कर्मचारियों पर लगे एम्सा सहित सभी तरह मुकदमे और निलंबन वापस लेने के निर्देश दिए हैं। साथ बर्खास्त संविदाकर्मियों को भी काम पर लेने का निर्देश ऊर्जा मंत्री ने दिया है। गौर हो कि विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति तीन दिसंबर को हुए समझौते लागू करने की मांग पर सुनवाई नहीं होने से 16 मार्च की रात 10 बजे से 72 घंटे की हड़ताल का ऐलान कर हड़ताल शुरू कर दी थी।

ऊर्जा मंत्री और हड़ताल में शामिल संगठनों के पदाधिकारियों के बीच हड़ताल को समाप्त करने के लिए तीसरे दौर की वार्ता रविवार को जल निगम के फील्ड हॉस्टल संगम में सुबह 10 बजे होनी थी, लेकिन संघर्ष समिति के संयोजक शैलेन्द्र दुबे के समय पर न पहुंचने से वार्ता नहीं हो पायी। वह निर्धारित समय से तीन घंटे पश्चात संगम पहुंचे। पुनः अपरान्ह 02:30 बजे वार्ता के लिए संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के संगम आने पर ऊर्जा मंत्री की अध्यक्षता में वार्ता हुई, जिसमें यूपीपीसीएल के चेयरमैन एम देवराज, प्रबंध निदेशक उत्पादन एवं वितरण पी गुरू प्रसाद, प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल पंकज कुमार भी मौजूद रहे।

वार्ता के दौरान ऊर्जा मंत्री ने हड़ताली कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि 3 दिसम्बर, 2022 को उनके साथ किये गये समझौते की मांगों को वार्ता के माध्यम से सुलझाने का प्रयास किया जायेगा। यह भी कहा कि उस समझौते में से कुछ मांगों को पूरा कर लिया गया है तथा कुछ पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री ने संघर्ष समिति के पदाधिकारियों एवं अन्य संगठनों के सदस्यों से कहा कि अभी से ही सभी हड़ताली कर्मचारी तत्काल अपने कार्यस्थल पर लौटें और अपने कार्य दायित्वों का पूरी तरह से निर्वहन करें।

उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से बहाल है। फिर भी प्रदेश में कहीं पर भी यदि विद्युत व्यवधान किसी कारण से अभी बना हो तो उसे शीघ्र दूर करने का प्रयास किया जाय, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही एवं कार्य में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उपभोक्ताओं की समस्याओं का शीघ्र ही निदान किया जाय। उनकी शिकायतों के निस्तारण में हीला-हवाली ठीक नहीं होगी।

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Gulab Ashiyana
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