कृषि मंत्री ने जमीनी पड़ताल कर सफाई-जलनिकासी, नाली-नाले के निर्माण की हकीकत को परखा, नाराज हुए और हिदायत भी दी
देवरिया (यूपी)। सूबे के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शुक्रवार को जनपद के विकास को लेकर बनाई गई सरकारी कागजी रिपोर्ट की समीक्षा की थी। इसके बाद वह शनिवार को जिला प्रशासन और नगर पालिका के अधिकारियों के दल के साथ जमीनी पड़ताल पर निकले। इस दौरान उन्होंने शहर की सफाई-जलनिकासी की व्यवस्था की हकीकत को परखा। कुछ जगहों पर नालों की सफाई नहीं होने पर नाराज हुए और सफाई व्यवस्था में सुधार करने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। कहा कि सभी नालों की सफाई कर सिल्ट हटा ली जाए, जिससे बारिश का पानी सुचारू रूप से निकल सके।
बताया गया कि कृषि मंत्री सुबह 7 बजे बारिश में दल-बल के साथ सबसे पहले बस स्टेशन पहुंचे। बस स्टेशन के गेट और सड़क पर बसें लगीं थी, इस पर नाराज हुए। इस दौरान मौके पर ही उन्होंने स्टेशन के अंदर बसों को लगाने और सड़क पर सवारी न भरने की हिदायत दी। दुकानदारों से डस्टबिन रखने और कूड़ा उसी में डालने को कहा। ऐसा न करने पर पहली बार 250 रुपए जुर्माना लगाने का निर्देश अफसरों को दिया।
इसके बाद कृषि मंत्री पुलिस लाइन, साकेत नगर गए और वहां बन रहीं नालियों के निर्माण की प्रगति और गुणवक्ता को परखा। निर्माण के दौरान सड़क पर मिट्टी देख उसे तत्काल हटाने और जल्द से जल्द निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया।
यहां से कृषि मंत्री सुभाष चौक होते हुए कुरना नाला पहुंचे। यहां कुछ जगहों पर नाले में खामियां मिलीं। मौके पर बाढ़ खण्ड के अधिशासी अभियंता को ठीक कराने को कहा। फिर कृषि मंत्री हनुमान मंदिर होते हुए अमेठी माई मंदिर के पास बन रहे नाले की दशा को देखा। यहां कुछ स्थानों पर नालों के सिल्ट की सफाई नहीं होने पर नाराज हुए।
कृषि मंत्री की पूरी पड़ताल में डीएम अखंड प्रताप सिंह, एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह, ईओ रोहित सिंह सहित अन्य कर्मचारी साथ-साथ रहे।
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