डीएम ने जिम्मेदारों से कहा-दवा की दुकानों पर वही बैठे, जिसके नाम लाइसेंस
डीएम अखंड प्रताप सिंह ने की खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की समीक्षा
देवरिया (यूपी)। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की समीक्षा के दौरान डीएम सख्त दिखे। डीएम अखंड प्रताप सिंह ने जिम्मेदारों से कहा कि दवा की दुकानों पर वही व्यक्ति बैठे, जिसके नाम से लाइसेंस जारी किए गए हैं, कोई अन्य व्यक्ति मिले तो उसका लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि दवा की दुकानों का प्रयोग डॉक्टर के क्लिनिक के रूप में किसी भी दशा में स्वीकार नहीं है। मेडिकल स्टोर पर बैठने वाला फार्मासिस्ट चिकित्सकीय परामर्श देते हुए मिला तो उसे झोलाछाप मानते हुए विधिक कार्रवाई की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थित मेडिकल स्टोर पर एक्सपायरी डेट की दवा का विक्रय किसी भी दशा में न हो।
डीएम ने मिलावटी एवं अधोमानकन खाद्य पदार्थों के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाने का निर्देश दिया। कहा संपूर्ण समाधान दिवस में फूड सेफ्टी व्हीकल वैन के माध्यम से आमजन को मिलावटी खाद्य पदार्थ की पहचान करने में सक्षम बनाया जाए।
समीक्षा में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 31 अगस्त तक खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा कल 70 सैंपल एकत्र किए गए, जिसमें से 24 सैंपल अधोमानक एवं पांच सैंपल असुरक्षित मिले। वित्तीय वर्ष 2023-24 में अभी तक 60 वाद दायर हुए, जिसमें 37 पर निर्णय आ चुका है और 4.96 लाख रुपए जुर्माना वसूला जा चुका है।
बैठक में एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेश सोनकर, व्यापार मंडल के अध्यक्ष शक्ति गुप्ता, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विनय कुमार सहाय, डीएसओ संजय पांडेय, डीपीआरओ सर्वेश पांडेय, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवेंद्र, ड्रग इंस्पेक्टर रूद्रेश त्रिपाठी, हिमांशु सिंह सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि जनपद में वर्तमान समय में 29 जन औषधि केंद्र संचालित हैं।
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