खाका तैयार, ‘व्यापारी कल्याण दिवस’ के रूप में मनायी जाएगी भामाशाह की जयंती
यूपी। योगी सरकार भामाशाह जयंती को ‘व्यापारी कल्याण दिवस’ के रूप में मनाएगी। सरकार ने इसका खाका तैयार कर लिया है। इसे विशिष्ट बनाने के लिए राज्य, जिला और तहसील स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर व्यापारी और उद्योगपतियों को सम्मानित किया जाएगा। इस राज्यस्तरीय सांस्कृतिक आयोजन पर 1.70 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
सरकार ने इसका मार्ग प्रशस्त करते हुए संस्कृति विभाग को इसकी जवाबदेही सौंपी है। स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि इस आयोजन में राज्य कर विभाग, एमएसएमई, नगरीय विकास, ग्राम्य विकास व औद्योगिक विकास की भी सहभागिता सुनिश्चित हो। मुख्य सचिव के जारी निर्देश में इस बात का उल्लेख किया गया है कि सरकार के समक्ष इस वर्ष भामाशाह जयंती को प्रदेश में मनाए जाने को लेकर मांग व सुझाव आए थे, जिसे सीएम योगी ने स्वीकार करते हुए विस्तृत कार्ययोजना को क्रियान्वित कर दिया है।
जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रदेश में भामाशाह जयंती पर राज्य, जिला व तहसील स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन होगा जिसमें प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। इसमें ओडीओपी से जुड़े उत्पादों के स्टॉल प्रमुख होंगे। भामाशाह की जीवनी, उनके महत्व और महाराणा प्रताप को उनके द्वारा दी गई मदद संबंधी तथ्यों को कार्यक्रम में संगीत, नृत्य नाटिका व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिए दर्शाया जाएगा। इस अवसर पर राज्य के प्रत्येक जिले में व्यापारी कल्याण दिवस पर इनवेस्टर्स समिट का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रदेश में निवेश करने वाले उद्योगपतियों को सम्मानित किया जाएगा। वर्ष व्यापारी कल्याण दिवस पर प्रदेश में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले व्यापारी को भामाशाह पुरस्कार दिया जाएगा।
इस राज्यस्तरीय सांस्कृतिक आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी को 6 विभागों से कुल मिलाकर कर 1.70 करोड़ रुपए बतौर सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाएगी। पर्यटन विभाग 30 लाख, सूचना व जनसंपर्क विभाग 30 लाख, एमएसएमई 20 लाख, खादी ग्रामोद्योग विभाग 20 लाख, समाज कल्याण विभाग 20 लाख तथा संस्कृति विभाग से 50 लाख रुपए की सहयोग राशि उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे।
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