योगी सरकार ने प्रदेश के 25 लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति की दी बड़ी सौगात
कक्षा 9 व 10 के छात्रों को 3 हजार की जगह अब 3,500 रुपए की छात्रवृत्ति का होगा भुगतान
लखनऊ। योगी सरकार ने प्रदेश के 25 लाख छात्र-छात्राओं को बड़ी सौगात दी है। समाज कल्याण विभाग इस वर्ष से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति की सुविधा देने जा रही है। पूर्व दशम छात्रवृत्ति में कक्षा 9 व 10 के अनुसूचित जाति के छात्रों को 3 हजार की जगह अब 3,500 रुपए प्रति वर्ष चालू वित्तीय वर्ष से ही दी जाएगी। सरकार ने विद्यालयों में चरणबद्ध रूप से बायोमेट्रिक उपस्थिति लागू कर दी है। साथ में यह भी स्पष्ट कर दिया है कि जिन संस्थानों में बायोमेट्रिक उपस्थिति लागू नहीं होगी, उन्हें वित्तीय वर्ष 2025-26 से छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिलेगा। सरकार ने योजना का लाभ लेने वाले बच्चों की आयु सीमा भी तय कर दी है। इसके तहत कक्षा 9 व 10 में 12 से 20 वर्ष आयु तक के विद्यार्थियों को ही छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा। कक्षा 11,12 व अन्य उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 40 वर्ष की आयु तक लाभ मिल सकेगा। सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि बच्चों के व्यक्तिगत विवरण आधार से स्वत: ही प्राप्त हो जाएंगे।
“छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाकर जरूरतमंद परिवार के प्रत्येक छात्र को लाभ पहुंचाया जा रहा है। पात्र परिवारों की परिभाषा को और व्यापक बनाते हुए ‘सबका साथ-सबका विकास’ की नीति के अनुरूप नई नियमावली में प्रावधान किए गए हैं।“
– असीम अरुण, समाज कल्याण मंत्री, उत्तर प्रदेश
इन्हें मिलेगी पहली बार छात्रवृत्ति
ऐसे परिवार जो स्वच्छता कार्य से जुड़े हैं, इनके कक्षा 09 व 10 में पढ़ने वाले बच्चों को सरकार की तरफ से पहली बार छात्रवृत्ति मिलेगी। इस योजना का लाभ सभी आय वर्ग के परिवार ले सकेंगे।
फ्रीशिप कार्ड से निःशुल्क प्रवेश की सुविधा
अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्रों को राजकीय एवं अनुदानित विद्यालयों में निःशुल्क प्रवेश/फ्रीशिप कार्ड पोर्टल से जेनरेट किया जा सकेगा, जिसमें छात्रों को छात्रवृत्ति की सैद्धांतिक स्वीकृति की सूचना एसएमएस के माध्यम से भेजी जाएगी।
सुगमता से मिलेगी छात्रवृत्ति
विद्यार्थियों को अब आवेदन पत्र में निजी विवरण नहीं भरना होगा। आधार से नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि सहित अन्य विवरण स्वत: ही प्राप्त हो जाएंगे। साथ ही सीबीएसई एवं आईसीएससी बोर्ड से बच्चों के प्राप्तांक ऑनलाइन प्राप्त हो जायेंगे, जिससे आवेदन के समय होने वाली त्रुटियों की संभावना खत्म हो जाएगी और अधिक से अधिक विद्यार्थी योजना का लाभ ले सकेंगे। इसी प्रकार डिजिलॉकर और एनपीसीआई से पोर्टल को जोड़कर खाता संख्या व अन्य विवरण भरने में होने वाली गलतियों को भी खत्म कर दिया गया है।
31 मार्च तक होंगे आवेदन
अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग में अब 31 मार्च तक कक्षा 11,12 व अन्य ऊपरी कक्षाओं हेतु आवेदन किए जा सकेंगे, जिससे परीक्षा परिणाम देर से आने अथवा सत्र देर से प्रारंभ होने पर भी छात्रवृत्ति हेतु आवेदन किया जा सकेगा। बीएससी या बीए जैसे नॉन प्रोफेशनल कोर्स में छात्रवृत्ति प्राप्त करने के बाद बीटेक जैसे प्रोफेशनल कोर्स में भी अब छात्रवृत्ति की सुविधा मिलेगी।
आगे की खबरों के लिए आप हमारे Website पर बने रहें…
(आपका सहयोग ही हमारी ताकत है और आपका स्नेह संबल)