September 19, 2024

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सरकार किसानों को बीज से बाजार तक बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध : कृषि मंत्री

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राजधानी लखनऊ में आयोजित हुई विश्व बैंक के सहयोग से व्यापक डिजिटल एग्रीकल्चर इकोसिस्टम व कॉमन सर्विस डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्थापित करने को लेकर कार्यशाला

सूबे के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि योगी सरकार किसानों को बीज से बाजार तक बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। कृषि क्षेत्र को तकनीक संपन्न, पर्यावरण अनुकूल और अधिक लाभदायी व्यवसाय बनाए जाने के प्रयास निरंतर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके अंतर्गत खरीफ सीजन के लिए लगभग 1 करोड़ 16 लाख भूखंडों का सर्वे पूरा किया जा चुका है। रबी सीजन के लिए इसे और भी प्रभावित तरीके से किए जाने की रणनीति तैयार की जा चुकी है।

राजधानी लखनऊ में विश्व बैंक के सहयोग से व्यापक डिजिटल एग्रीकल्चर इकोसिस्टम व कॉमन सर्विस डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्थापित करने को लेकर आयोजित कार्यशाला में कृषि मंत्री ने सरकार के उक्त कार्यो का उल्लेख किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादन और उत्पादों का मूल्यवदर्धन करके किसानों के जीवन को और अधिक खुशहाल बनाया जा सके, इस दृष्टि से यह कार्यशाला एक महत्वकांक्षी पहल है। इसके लिए विश्व बैंक द्वारा लगभग 4 हजार करोड़ रुपए के व्यय की सहमति दी जा चुकी है। कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रखे गए एक ट्रिलियन यूएस डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में कृषि क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर डिजिटल प्लेटफॉर्म कृषि एवं उसके अनुषांगिक विभागों व किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म होगा। विभाग इससे किसानों के लिए उपयोगी रणनीति बनाने और उन्हें विभिन्न योजनाओं का सीधे लाभ पहुंचाने के लिए उपयोग करेंगे। किसान इसका उपयोग बीज, कृषि यंत्र, खाद, बाजार की अद्यतन स्थिति व मौसम संबंधी जानकारी के लिए कर सकेंगे।

कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा कि किसानों के लिए बहुत सारे एप आज बाजार में प्रचलित हैं, लेकिन एक एकीकृत मंच की जरूरत है, जिस पर किसान भरोसा कर सकें, और यह आसानी से पहुंच योग्य भी हो। उन्होंने आशा व्यक्ति की कि यूपीएग्री परियोजना के माध्यम से हम इस संबंध में प्रगति करने में सक्षम होंगे। अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि डिजिटल कृषि के 3 प्रमुख पहलू हैं। किसान और फसल रजिस्ट्रियां (सर्वेक्षण), समय पर फसलों का मूल्यांकन और हस्तक्षेपों की समीक्षा और निगरानी। इस संबंध में यूपीएग्री परियोजना इस दिशा में बहुत बड़ा योगदान दे सकती है।

इस अवसर पर अनुराग यादव सचिव उत्तर प्रदेश शासन, वर्ल्ड बैंक यूपी एग्रीस प्रोजेक्ट के टास्क टीम लीडर विनायक घटाटे, कृषि विशेषज्ञ एंड्रयू गुडलैंड, नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट विशेषज्ञ रंजन सामंतरे, डिजिटल एक्सपर्ट विकास कानूनगो, फिशरीज विशेषज्ञ मार्टिन कुमार, ग्रामीण उद्यम विशेषज्ञ अर्शिया गुप्ता, अर्थशास्त्र विशेषज्ञ शांतनु कुमार, एनवायरमेंट विशेषज्ञ अनुपम कुमार सहित अनेक विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

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