बिहार : पीएम मोदी ने कहा-विकसित बिहार और विकसित भारत का संकल्प लेने के लिए चम्पारण के बेतिया के अतिरिक्त कोई और बेहतर स्थान नहीं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम चम्पारण के बेतिया में 12,800 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया, कहा-मेरे लिए संपूर्ण भारत मेरा घर है और प्रत्येक भारतीय मेरा परिवार
बिहार । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जब कभी भी बिहार समृद्ध हुआ है, भारत समृद्ध होता रहा है। इसलिए विकसित बिहार विकसित भारत के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। विकसित बिहार और विकसित भारत का संकल्प लेने के लिए चम्पारण के बेतिया के अतिरिक्त कोई और बेहतर स्थान नहीं हो सकता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत का निर्माण करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति के प्रयासों, प्रत्येक व्यक्ति की प्रेरणा और प्रत्येक व्यक्ति के ज्ञान की आवश्यकता है। यहां उन्होंने कहा कि मेरे लिए संपूर्ण भारत मेरा घर है, प्रत्येक भारतीय मेरा परिवार है। एनडीए की डबल इंजन सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि बिहार के युवाओं को बिहार में ही रोजगार प्राप्त हो जाए।
पीएम ने बुधवार को पश्चिम चम्पारण के बेतिया में लगभग 12,800 करोड़ रुपये की रेल, सड़क और पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बेतिया की भूमि ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने की फिर से अलख जगाई और लोगों में नई चेतना का संचार किया। कहा इसी भूमि ने मोहन दास जी में से महात्मा गांधी का सृजन किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की भूमि ने सदियों से देश के लिए असीम नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित की है और देश के कई महान व्यक्तित्वों को जन्म दिया है। प्रसन्नता जताते हुए कहा कि विकसित बिहार से संबंधित विकास कार्यों को राज्य में डबल इंजन की सरकार के गठन से नई गति प्राप्त हुई है। उन्होंने रेल, सड़क, इथोनोल संयंत्रों, सिटी गैस आपूर्ति तथा एलपीजी गैस आदि सेक्टरों सहित आज की परियोजनाओं का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने यहां बिहार की एक सबसे प्रमुख समस्या अर्थात निम्न कानून व्यवस्था की स्थिति, परिवारवादी राजनीति के कारण राज्य से होने वाले युवाओं के पलायन का भी उल्लेख किया। कहा कि डबल इंजन की सरकार का प्रयास राज्य के युवाओं को बिहार में ही रोजगार उपलब्ध कराने का है।
प्रधानमंत्री ने लोगों को वंशवादी राजनीति की बुराइयों के बारे में आगाह किया और जन नायक कर्पूरी ठाकुर, जय प्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, बाबा साहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी के आदर्शों को याद किया। गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के सामने आने वाले मुद्दों से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में गन्ने का खरीद मूल्य बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है और दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना शुरू की गई है, जहां देश और बिहार में हजारों गोदाम बनाए जाएंगे। किसानों को हजारों करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता के लिए पीएम किसान सम्मान निधि का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने बताया कि बेतिया के किसानों को इस योजना के तहत अब तक 800 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने बरौनी के उस खाद कारखाने का भी उल्लेख किया जो लंबे समय तक बंद रहा था और उसे दोबारा चालू कराने की गारंटी भी मोदी ने ही दी थी। उन्होंने कहा “आज यह उर्वरक कारखाना अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहा है और रोजगार पैदा कर रहा।
प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में प्रकृति-प्रेमी थारू जनजाति की उपस्थिति का उल्लेख किया। उन्होंने सभी को थारू समुदाय से प्रेरणा लेने को कहा। कहा आज भारत थारू जैसी जनजातियों से प्रेरणा लेकर प्रकृति की रक्षा करते हुए विकास कर रहा है। इसलिए मैं कहता हूं कि विकसित भारत के निर्माण के लिए सभी के प्रयासों, सभी की प्रेरणा और सभी की सीख की आवश्यकता है।
अंत में पीएम मोदी ने भारत के तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने, लोगों को गरीबी से बाहर लाने, युवाओं के लिए रोजगार, गरीबों के लिए पक्के घर, 1 करोड़ घरों के लिए सौर पैनल, 3 करोड़ लखपति दीदी और वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें चलाने के महत्व को दोहराया। इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल आर वी अर्लेकर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय और सांसद संजय जयसवाल सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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