UP By-Election : हाई लेबल मीटिंग खत्म, 9 सीटों पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी भाजपा, एक सीट आरएलडी के खाते में

निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद को मनाएंगे यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और दोनों डिप्टी सीएम
NEWS DELHI। खबर है कि UP By-Election को लेकर दिल्ली में चल रही भाजपा की हाई लेबल मीटिंग खत्म हो गई है। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने 10 में से 9 सीटों पर खुद अपने सिंबल पर चुनाव लड़ने का निर्णय किया है और मीरापुर विधानसभा की एक सीट एनडीए घटक दल आरएलडी को देने पर सहमति बनी है। 9 प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए जाने के संकेत हैं। नामों की घोषणा के लिए अधिसूचना जारी होने तक इंतजार करना पड़ेगा।
बताया जा रहा है कि मीटिंग में एक-एक सीट पर जातीय समीकरण और मौजूदा मुद्दों पर चर्चा हुई। कटेहरी, मिल्कीपुर और मझवां सीट को लेकर सबसे अधिक माथापच्ची हुई। कटेहरी और मझवां सीट पर दावेदारी करने वाले संजय निषाद को मनाने की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और दोनों डिप्टी सीएम को दी गई है। केन्द्रीय गृहमंत्री ने तीनों नेताओं को संजय निषाद को समझाने को कहा है। कारण इन दोनों सीटों पर निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने दावा कर रखा है। सूत्रों की मानें तो भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने की शर्त वाले फार्मूले पर भाजपा निषाद पार्टी को सिर्फ एक सीट देने पर विचार कर रही है।
उधर, मीटिंग के बाद इस तरह की खबरें बाहर आने के बाद निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने कहा कि गठबंधन धर्म का पालन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव में कटेहरी और मझंवा सीट निषाद पार्टी को दी गई थी, तो इस बार क्यों नहीं। तर्क दिया कि जब 2022 में मीरापुर सीट जीतने की वजह से यह सीट फिर से रालोद की जा रही है, तो उन्हें भी दोनों सीटें मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी भाजपा शीर्ष नेतृत्व से बात हो रही है। कोई हल जरूर निकलेगा।
खबर के मुताबिक बताया गया कि रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर चली करीब एक घंटे की हाई लेबल मीटिंग में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी व महामंत्री संगठन धर्मपाल की मौजूद रहे।
वहां यह तय किया गया कि सभी सीटों पर जातीय समीकरण देखते हुए नए चेहरों को उतारा जाएगा। तय किया गया कि उपचुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद ही उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी। संभावना जताया गया कि 20 अक्तूबर तक या इससे पहले ही अधिसूचना जारी हो सकती है, इसलिए अपनी तैयारियों को और तेज किया जाए।
खबर यह भी छन कर आई कि प्रदेश भाजपा की ओर से भेजे गए प्रत्याशियों के पैनल पर भी चर्चा हुई। इनमें से कुछ सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम तय किए जाने की बात कही जा रही है, जबकि कटेहरी, मझंवा, फुलपुर और मिल्कीपुर सीट के लिए प्रस्तावित नामों पर अभी फैसला नहीं हो पाया है। इन सीटों पर पैनल में शामिल पिछड़े नेताओं को चुनाव लड़ाने पर गंभीरता से विचार किया गया है।
मीटिंग में प्रदेश के नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व को तैयारियों की जानकारी दी, बताया कि पहले चरण का प्रचार, संपर्क और संवाद का कार्यक्रम पूरा हो चुका है। सभी सीटों पर मुख्यमंत्री के किए गए कार्यक्रम, विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास के साथ ही की गई जनसभाओं की जानकारी दी गई। प्रदेश के नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व को 8 से 9 सीटें जीतने का भरोसा दिया है।
मीटिंग में सपा और बसपा के उतारे गए प्रत्याशियों के कद को देखते हुए रणनीति तैयार करने पर चर्चा हुई। खास कर उन सीटों पर चुनाव जीतने को लेकर अधिक प्रभावी तरीके से काम करने पर सहमति बनी है, जिन सीटों पर सपा का कब्जा है।
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