May 30, 2025

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बिहार : समस्तीपुर में एक रेलवे कर्मचारी की हुई पकड़ौआ शादी

forced marriage in Samastipur.

बिहार के समस्तीपुर में पकड़ौआ शादी का दृश्य।

इस शादी का गवाह वहां जुटे लोग और विद्यापतिनगर प्रखंड मुख्यालय स्थित उगना-महादेव मंदिर बना, करीब 5 घंटे हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद मंदिर समिति और परिजनों के दबाव के बाद हुई शादी

SAMASTIPUR (BIHAR) : बिहार के समस्तीपुर में एक रेलवे कर्मचारी युवक का एक युवती के साथ पकड़ौआ शादी कराने का मामला सामने आया है, जो खूब चर्चे में है। पकड़ौआ का मतलब जबरन या जबरिया से है। इस शादी का गवाह वहां जुटे लोग और विद्यापतिनगर प्रखंड मुख्यालय स्थित उगना-महादेव मंदिर है। जहां, पर करीब 5 घंटे तक चले हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद एक रेलवे कर्मचारी की शादी मंदिर समिति और परिजनों के दबाव के बाद करा दी गई। इस विवाह को देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मंदिर परिसर में जुटे रहे। इस शादी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यह भी चर्चा है कि बहुत समय पहले जबरन लोगों की पकड़ौआ शादी करा दी जाती थी और आज के समय में भी यह सब होते सामने दिख रहा है।

खबर के मुताबिक बताया जाता है कि रेलवे कर्मचारी युवक जनपद के ताजपुर प्रखंड का रहने वाला है और युवक और युवती दोनों दूर के रिश्तेदार हैं। इनके बारे में बताया जाता है कि इन दोनों के बीच करीब दो वर्ष से प्रेम-लीला चल रही थी। इस बीच युवक की भारतीय रेल में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के रूप में भुवनेश्वर में नौकरी लग गई। नौकरी लगने के बाद प्रेम किनारे हो गया और शादी के एवज में 10 लाख रुपए और बुलेट मोटर साइकिल के डिमांड की लीला शुरू हो गई। युवती के परिवार वाले यह डिमांड पूरी करने में खुद को सक्षम नहीं पाए, इसलिए प्रेम का भूत उतारने के लिए पकड़ौआ शादी कराने की ठान ली। फिर जो हुआ सबके सामने है। प्रेम-लीला का अंत पकड़ौआ शादी से हुआ।

युवक के बारे में बताया जाता है कि वह जनपद ताजपुर थाना क्षेत्र के चकसिकंदर गांव निवासी विजय सहनी का पुत्र प्रमोद कुमार साहनी है और युवती यानी उसकी प्रेमिका हलई ओपी अंतर्गत दरवा (अकौना) गांव निवासी बिरजू सहनी की पुत्री रौशनी कुमारी है। चर्चा है कि इन दोनों के बीच दो वर्षों से अंतरंग प्रेम चल रहा था। युवक बार-बार रौशनी से विवाह करने की बात कहा करता था। दोनों सहमति से शारीरिक संबंध भी बना चुके थे।

युवक की नौकरी भारतीय रेल में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के रूप में भुवनेश्वर उड़ीसा में हो गई। नौकरी मिलते ही युवक का सुर बदल गया और वह अपनी बातों से मुकरने लगा। वह दहेज के रूप में कभी 10 लख रुपए और बुलेट मोटरसाइकिल की मांग करने लगा, तो कभी शादी करने से ही इनकार करने की बात करने लगा। इन सब घटना के बीच दोनों मिलने के लिए विद्यापतिधाम मंदिर पहुंचे। वहां युवती ने युवक पर शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। शादी की बात सुन युवक भागने की कोशिश करने लगा। इसी बीच मंदिर परिसर में यह सब ड्रामा होते देख स्थानीय लोग जुटने लगे और इसकी खबर युवती के परिवार वालों तक पहुंची। फिर क्या परिवार के लोग पहुंचे और युवक को पकड़ कर जबरन युवती के साथ विवाह करा दिया।

न बाजा न बारात, दुल्हे के लिए शादी वाली टोपी और गमछा और युवती के लिए शादी वाली चुन्नी, वरमाला का इंतजाम हुआ और मंत्रोचार के बीच लोगों के दबाव में पहले युवक ने युवती को वरमाला डाला फिर खुशी-खुशी युवती ने युवक को वरमाला पहनाया।  इसके बाद भारी मशक्कत के बाद दोनों के साथ फेरे दिलवाए गए और हो गई शादी।

शादी के बाद युवक प्रमोद कुमार साहनी ने कहा कि उसके साथा धोखा हुआ है, लड़की झूठ बोल रही है, यहां धोखे से बुलाया गया है। युवती रौशनी ने कहा कि युवक प्रमोद के साथ दो वर्ष से प्रेम-प्रसंग चल रहा था, बात शादी तक पहुंच गई थी, रेलवे में नौकरी लगने के बाद दहेज के रूप में 10 लाख रुपए और बुलेट मोटर साइकिल की मांग होने लगी। अब सवाल यह उठता है कि पकड़ौआ शादी के बाद युवक और युवती का वैवाहिक जीवन कैसा होगा…?, यह तो वक्त ही तय करेगा।

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