October 23, 2025

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प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ के 115वें संस्करण में देशवासियों को एकता, आत्मनिर्भरता और डिजिटल जागरूकता का संदेश दिया

मन की बात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अक्टूबर 2024 को ‘मन की बात’ के 115वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। इस विशेष प्रसारण में उन्होंने राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक धरोहर, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प और साइबर सुरक्षा की अहमियत को रेखांकित किया। आगामी त्योहारों के संदर्भ में उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ के महत्व पर बल दिया और देश के युवाओं को नवाचार और रचनात्मकता के माध्यम से वैश्विक पटल पर अपनी पहचान स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे भारत की प्राचीन कला, संस्कृति और आधुनिक तकनीकी उपलब्धियां दुनिया को प्रभावित कर रही हैं और कैसे एक जागरूक समाज डिजिटल खतरों से बच सकता है।

भगवान बिरसा मुंडा और सरदार पटेल एकता के प्रतीक

प्रधानमंत्री ने झारखंड के उलिहातू में भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली की यात्रा के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि वहां की मिट्टी ने उन्हें स्वतंत्रता संग्राम की शक्ति का एहसास कराया। उन्होंने 31 अक्टूबर से सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती वर्ष और 15 नवंबर से भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष मनाने की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों महापुरुषों ने अलग-अलग चुनौतियों का सामना किया, लेकिन उनका दृष्टिकोण समान था—देश की एकता और अखंडता।

डिजिटल सुरक्षा : जागरूकता और सतर्कता का आह्वान

प्रधानमंत्री ने साइबर अपराधों, विशेष रूप से ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसे धोखाधड़ी के मामलों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ठग, पुलिस या सरकारी अधिकारी बनकर लोगों को भ्रमित करते हैं और भय का माहौल बनाकर आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध कॉल पर घबराने के बजाय राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करने की सलाह दी। उन्होंने समाज में जागरूकता फैलाने के लिए ‘#SafeDigitalIndia’ अभियान का समर्थन करने की अपील की।

आत्मनिर्भर भारत: नवाचार और निर्माण की दिशा में बढ़ता कदम

प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता को राष्ट्रीय आंदोलन का स्वरूप देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने मोबाइल उत्पादन में विश्व में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है और 85 देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है। उन्होंने लद्दाख के हानले में एशिया के सबसे बड़े ‘इमेजिंग टेलीस्कोप’ के निर्माण को आत्मनिर्भरता का उदाहरण बताया। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने इनोवेशन को आगे बढ़ाएं और ‘#AatmanirbharInnovation’ के तहत अपने प्रयासों को साझा करें।

एनीमेशन और भारतीय संस्कृति का वैश्विक प्रभाव

प्रधानमंत्री ने भारतीय एनीमेशन और गेमिंग उद्योग की प्रगति की प्रशंसा करते हुए बताया कि भारतीय कलाकार और स्टूडियो आज डिज्नी और वॉर्नर ब्रदर्स जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं से भारतीय संस्कृति को प्रतिबिंबित करने वाले कंटेंट बनाने और भारत को एनीमेशन का ग्लोबल पावरहाउस बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।

भारतीय कला और संस्कृति का अंतर्राष्ट्रीय विस्तार

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय कला और संस्कृति की गूंज रूस से लेकर दक्षिण अमेरिका तक सुनाई दे रही है। उन्होंने रूस के याकूत्स्क में कालिदास के नाटक ‘अभिज्ञान शाकुंतलम’ के मंचन और पेरू में भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्य के प्रसार का उल्लेख किया। उन्होंने सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए लोगों से ‘#CulturalBridges’ अभियान में भाग लेने का आग्रह किया।

फिट इंडिया मूवमेंट और रन फॉर यूनिटी

प्रधानमंत्री ने फिटनेस को जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बनाने की अपील की। उन्होंने ‘फिट इंडिया स्कूल आवर्स’ जैसी पहल का उल्लेख करते हुए बताया कि अब स्कूलों में बच्चों को पारंपरिक खेलों से जोड़ा जा रहा है, जिससे न केवल उनकी उपस्थिति बढ़ी है, बल्कि एकाग्रता में भी सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री ने 29 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ में शामिल होकर राष्ट्रीय एकता और फिटनेस के संदेश को मजबूत करने की अपील की।

त्योहारों के मौसम में आत्मनिर्भरता का संकल्प

प्रधानमंत्री ने दीपावली, धनतेरस और छठ पूजा की शुभकामनाएं देते हुए ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देकर आत्मनिर्भर भारत के प्रयासों को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने इस अवसर पर एकजुटता, नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी को मिलाकर देश को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का संकल्प लेने की अपील की।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का समापन त्योहारों की शुभकामनाओं के साथ किया और लोगों से ‘मन की बात’ के लिए अपने विचार और सुझाव साझा करने का आग्रह किया।

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