October 22, 2025

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25 लाख दीपों से सजी रामनगरी ने रचा नया इतिहास

दीपों से सजी रामनगरी की पावन धरती पर दीपों की अविरल श्रृंखला का दृश्य।

दीपों से सजी रामनगरी की पावन धरती पर दीपों की अविरल श्रृंखला का दृश्य।

भगवान राम की पावन धरती पर दीपों की अविरल श्रृंखला ने रात को दिन में बदल दिया, 25 लाख 12 हजार 585 दीपों की ज्योति से सजी रामकी पैड़ी

यूपी। प्राचीन अयोध्या ने इस वर्ष दीपोत्सव के माध्यम से इतिहास के पन्नों में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार भगवान राम के स्वागत में आयोजित इस पर्व ने पूरी नगरी को प्रकाश और भक्ति के महासागर में डुबो दिया। ऐसा प्रतीत हुआ मानो त्रेतायुग जीवंत हो उठा हो, जब राम की पावन धरती पर दीपों की अविरल श्रृंखला ने रात को दिन में बदल दिया। 25 लाख 12 हजार 585 दीपों की ज्योति से सजी रामकी पैड़ी, चौधरी चरण सिंह घाट और भजन संध्या स्थल ने अयोध्या को एक ही दिन में दो विश्व रिकॉर्ड का गौरव दिलाया।

एक साथ हजारों लोगों ने की सरयू आरती, नया विश्व रिकॉर्ड

दीपोत्सव की एक अनोखी छटा सरयू तट पर देखने को मिली, जब 1,121 श्रद्धालुओं ने एक साथ आरती कर नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। सरयू की लहरों पर दीपों की झिलमिलाहट के बीच गूंजते भजनों और मंत्रोच्चार ने समां बांध दिया। इस अभूतपूर्व आयोजन ने श्रद्धा और आस्था को एक नए शिखर पर पहुंचा दिया, जहां धर्म और संस्कृति का संगम हुआ।

मुख्यमंत्री ने प्रज्ज्वलित किया पहला दीप

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव का शुभारंभ राम की महिमा का गुणगान करते हुए पहला दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उनके साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के अलावा केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर दीप जलाकर रामनगरी के इस उत्सव की गरिमा को बढ़ाया।

भव्य झांकियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी रामनगरी

दीपोत्सव के दौरान भगवान राम की गाथा और जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों पर आधारित भव्य झांकियों का प्रदर्शन किया गया, जो दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहीं। साथ ही देश-विदेश से आए कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दीपोत्सव को और भी भव्य रूप प्रदान किया। रामनगरी के कोने-कोने में उत्साह और भक्ति की लहर दौड़ती दिखाई दी।

रामलला के चरणों में श्रद्धा और समर्पण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव की शुरुआत रामलला के दर्शन और पूजा-अर्चना से की। उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरणों में श्रद्धा निवेदित की और प्रभु के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किए। मंदिर परिसर के बाहर भी उन्होंने पांच दीप जलाकर श्रद्धा और परंपरा का निर्वाह किया, जिससे इस ऐतिहासिक पर्व का धार्मिक महत्व और भी बढ़ गया।

आस्था और गौरव का प्रतीक बना दीपोत्सव

अयोध्या का यह भव्य दीपोत्सव न केवल आस्था और परंपरा का प्रतीक बना, बल्कि उसने शहर को दो विश्व कीर्तिमानों की साक्षी भी बना दिया। दीपों की जगमगाहट और सरयू आरती ने इस आयोजन को अमिट स्मृति में बदल दिया, जिससे अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मान्यता प्राप्त हुई। रामनगरी का यह उत्सव श्रद्धालुओं के मन में भक्ति और गर्व का नया अध्याय लिखते हुए भविष्य के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया।

यहां वीडियो में देखें…अयोध्या में भव्य दीपोत्सव के साथ आरती का दृश्य…

 

यहां वीडियो में देखें…राम की पैड़ी पर लेजर शो का मनमोहक नजारा…

 

 

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