नोएडा के सिविल इंजीनियर ऋषि कुमार जेब में अचानक फट गया मोबाइल
हाल के समय में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जहां मोबाइल की बैटरी अचानक फट गई।
यूपी। नोएडा के अल्फा वन में रहने वाले सिविल इंजीनियर ऋषि कुमार के लिए 25 अक्टूबर की शाम किसी भी आम दिन जैसी ही थी। ऑफिस के काम से थके हुए, वह अपनी कार में बैठे और घर जाने की तैयारी कर ही रहे थे, कि उनकी जिंदगी में एक खौफनाक मोड़ आ गया। उनके पास में रखे मोबाइल की बैटरी ने अचानक धमाका किया, और उनके कपड़े जलने लगे। इस दर्दनाक हादसे ने न केवल उनकी जान को खतरे में डाला बल्कि उनके परिवार को भी गहरे सदमे में डाल दिया है।
ऋषि कुमार का मोबाइल तीन साल पुराना था और उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि यह उनकी जिंदगी में ऐसा मोड़ ला सकता है। जिस पल उनकी कार में बैठते ही मोबाइल में ब्लास्ट हुआ, उन्होंने खुद को आग की लपटों में घिरा पाया। धमाके के बाद उनकी पैंट में आग लग गई, और दर्द के कारण वह चीख उठे। एक क्षण में ही उनका पैर और कमर बुरी तरह झुलस गए।
घटना के तुरंत बाद, ऋषि किसी तरह दर्द से तड़पते हुए कार से बाहर निकले और मदद के लिए पुकारने लगे। सौभाग्य से वहां पास में एक सिक्योरिटी गार्ड मौजूद था जिसने बिना देर किए उनकी चीख सुनकर आग बुझाने की कोशिश की। गार्ड ने तेजी से पानी और अन्य चीजों की मदद से आग को बुझाया, लेकिन तब तक ऋषि की स्थिति काफी गंभीर हो चुकी थी। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी जांच और पैर के हिस्से में गहरी चोटें आई हैं, और ठीक होने में लंबा समय लग सकता है।
ऋषि कुमार का कहना है कि उनका मोबाइल तीन साल पुराना था और उसमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं थी। वह इसे नियमित रूप से इस्तेमाल करते थे और इसे सामान्य तरीके से ही चार्ज करते थे। हादसे के बाद भी उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा कि आखिर मोबाइल की बैटरी में विस्फोट क्यों हुआ। यह घटना उनके परिवार के लिए भी बहुत डरावनी है, सभी सदस्य इस बात से बेहद चिंतित हैं।
इस दर्दनाक हादसे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें ऋषि कुमार अपने हादसे के बाद की स्थिति को साझा कर रहे हैं। उनके दर्दनाक अनुभव और झुलसी हुई हालत को देखकर लोग भी सकते में हैं और अपने पुराने मोबाइल की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो रहे हैं। ऋषि की कहानी उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो पुराने मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं, और यह घटना यह सवाल उठाती है कि क्या हम अपने तकनीकी उपकरणों की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त सतर्कता बरत रहे हैं?
यह पहली घटना नहीं है जब मोबाइल की बैटरी में विस्फोट हुआ हो। हाल के समय में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जहां मोबाइल की बैटरी अचानक फट गई, जिससे गंभीर चोटें आईं हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अक्सर पुरानी या क्षतिग्रस्त बैटरी में यह खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इस तरह की घटनाओं से सीख लेते हुए सभी को चाहिए कि वे अपने मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की स्थिति का समय-समय पर ध्यान रखें।
यह हादसा केवल ऋषि कुमार के लिए ही नहीं बल्कि उन सभी के लिए एक सबक है, जो अपने मोबाइल फोन का लंबे समय तक उपयोग करते हैं और उनकी सुरक्षा को नजरअंदाज कर देते हैं। जब छोटी सी लापरवाही इतनी बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है, तो हमें अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क रहना चाहिए।
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