योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी
धमकी देने वाले ने लिखा कि अगले दस दिनों में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देते तो उनका अंजाम भी एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की तरह होगा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिली है, जिसने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। यह धमकी मुंबई पुलिस के ट्रैफिक कंट्रोल सेल को शनिवार शाम को एक अज्ञात नंबर से भेजे गए संदेश के माध्यम से मिली। धमकी देने वाले ने संदेश में लिखा कि अगर योगी आदित्यनाथ अगले दस दिनों में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देते, तो उनका अंजाम भी एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की तरह होगा।
इस धमकी के बाद मुंबई और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों की पुलिस सतर्क हो गई हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी गई है। मुंबई पुलिस ने साइबर सेल को अलर्ट कर संदेश भेजने वाले की पहचान के लिए काम पर लगा दिया है। इस मामले में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह केवल एक शरारती प्रयास है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी है।
धमकी के इस संदेश के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में कोई कोताही न बरती जाए, इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल और विशेष सुरक्षा एजेंसियों को तैनात कर दिया गया है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा टीम ने तत्काल इस पर प्रतिक्रिया दी और योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को पहले से अधिक कड़ा कर दिया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, धमकी देने वाले की मंशा और उसकी लोकेशन का पता लगाने के लिए आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया जा रहा है। इस बीच, यूपी और महाराष्ट्र पुलिस के बीच तालमेल बढ़ा दिया गया है ताकि जांच को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके।
धमकी की वजह या साजिश?
इस तरह की धमकी का समय भी अपने आप में गौर करने लायक है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में हाल ही में कई सख्त फैसले लिए गए हैं, जिनमें अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और अवैध गतिविधियों पर रोकथाम शामिल है। ऐसे में यह धमकी कहीं न कहीं उन लोगों की बौखलाहट को दर्शाती है, जो उनके सख्त रुख से असहज महसूस कर रहे हैं।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि धमकी के पीछे कोई संगठित गिरोह तो नहीं है। क्या यह केवल एक व्यक्ति की हरकत है या इसके पीछे किसी बड़े समूह की साजिश छिपी है? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिल सकते हैं, लेकिन फिलहाल इस घटना ने प्रशासन और जनता दोनों के बीच सुरक्षा को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।
योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता और उनकी कार्यशैली को देखते हुए, इस तरह की घटनाएं उनके समर्थकों के लिए चिंता का विषय हैं। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने हमेशा अपने दृढ़ निश्चय और साहस के बल पर इन चुनौतियों का सामना किया है। देखना होगा कि इस बार की धमकी का अंजाम क्या होता है और पुलिस इस मामले को किस तरह सुलझाती है।
यह भी पढ़ें… छठ पूजा 2024: चार दिनों का महापर्व, सूरज देवता और छठी मैया की आराधना का अनोखा संगम
बांधवगढ़ में हाथियों की रहस्यमयी मौत, जांच में जुटीं केंद्र और राज्य सरकारें
आगे की खबरों के लिए आप हमारी वेबसाइट पर बने रहें