दिल्ली की हवा और जहरीली हुई, AQI 400 के पार गंभीर श्रेणी में
- विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह स्थिति खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और सांस से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए खतरनाक है।
नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। आज सुबह का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 373 पर पहुंच गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शहर के कुछ हिस्सों में AQI ने 400 के आंकड़े को पार कर लिया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
बढ़ते प्रदूषण के कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, वायु गुणवत्ता में गिरावट के पीछे कई कारण हैं। इनमें पराली जलाना, वाहनों से निकलने वाला धुआं, निर्माण गतिविधियां और ठंड के मौसम में हवा की धीमी गति प्रमुख हैं। पराली जलाने से उत्पन्न धुआं दिल्ली और आसपास के इलाकों की हवा में मिलकर स्थिति को और खराब कर रहा है।
स्वास्थ्य पर खतरा
वायु गुणवत्ता के इस स्तर पर पहुंचने से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह स्थिति खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और सांस से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए खतरनाक है। लगातार खराब हो रही हवा लोगों में सांस की समस्याओं, खांसी और आंखों में जलन जैसी समस्याओं को बढ़ा सकती है।
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प्रशासन के प्रयास और चुनौतियां
हालांकि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन उनके प्रभाव सीमित नजर आ रहे हैं। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत कई उपाय लागू किए गए हैं, जैसे निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध और स्कूलों में छुट्टी की घोषणा। बावजूद इसके, प्रदूषण स्तर में खास सुधार नहीं हो पाया है।
नागरिकों के लिए सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे जब तक संभव हो, घर के भीतर ही रहें और बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करें। सुबह और शाम के समय, जब प्रदूषण का स्तर अधिक होता है, बाहर की गतिविधियों से बचने की सलाह दी गई है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन और नागरिक मिलकर कैसे इस संकट से निपटते हैं।
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