November 15, 2024

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डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक वापसी

डोनाल्ड ट्रंप।

डोनाल्ड ट्रंप।

चार साल बाद फिर बने अमेरिका के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई, भारत-अमेरिका संबंधों में नई उम्मीद

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में एक बार फिर इतिहास रचते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने जोरदार जीत दर्ज की है। 50 राज्यों की 538 में से 277 इलेक्टोरल सीटों के साथ ट्रंप ने बहुमत हासिल कर लिया, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस 224 सीटों पर ही सिमट गईं। ट्रंप अब द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के पहले ऐसे नेता बन गए हैं, जिन्होंने चार साल के अंतराल के बाद राष्ट्रपति पद पर वापसी की है। 2016 में पहली बार राष्ट्रपति बनने वाले ट्रंप, 2020 में जो बाइडेन से हारने के बाद भी अपनी लोकप्रियता को बनाए रखने में सफल रहे और अब उनकी इस अभूतपूर्व वापसी ने राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।

चार साल का अंतराल और फिर वापसी का सफर

डोनाल्ड ट्रंप की यह जीत उनकी एक लंबी रणनीतिक योजना का हिस्सा रही है। 2020 की हार के बाद भी ट्रंप ने अमेरिकी जनता के बीच अपने समर्थन को बरकरार रखा। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ जुड़कर कई जनसभाएं कीं और अपनी नीतियों को आगे बढ़ाया। इस चुनाव में उनकी वापसी न केवल उनकी लोकप्रियता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि उनके समर्थक उनके नेतृत्व पर कितना विश्वास करते हैं। यह जीत उनकी दृढ़ता और अद्वितीय प्रचार शैली का परिणाम है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को इस ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी है। अपने संदेश में पीएम मोदी ने ट्रंप के पिछले कार्यकाल की सफलताओं की सराहना की और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प व्यक्त किया। ट्रंप के पहले कार्यकाल में भारत-अमेरिका के संबंधों में मजबूती आई थी, और अब उनके नए कार्यकाल में इससे और अधिक सहयोग की उम्मीद जताई जा रही है। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, रक्षा और तकनीकी सहयोग को लेकर कई नए अवसर खुल सकते हैं।

भारतीय-अमेरिकी समुदाय का बढ़ता प्रभाव

इस चुनाव में भारतीय-अमेरिकी समुदाय की भूमिका भी उल्लेखनीय रही है। छह भारतीय-अमेरिकी उम्मीदवारों ने प्रतिनिधि सभा के चुनाव में जीत दर्ज की, जिससे मौजूदा कांग्रेस में उनकी संख्या पांच से बढ़कर छह हो गई है। इस जीत से भारतीय-अमेरिकी समुदाय की ताकत और प्रभाव को भी बल मिला है। खासतौर पर वर्जीनिया से भारतीय-अमेरिकी वकील सुहास सुब्रमण्यम ने इतिहास रचते हुए पूर्वी तट से चुने जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी का गौरव हासिल किया।

राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का वैश्विक प्रभाव

ट्रंप की इस वापसी का प्रभाव न केवल अमेरिका बल्कि वैश्विक स्तर पर भी देखने को मिलेगा। ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका की नीतियों में कई बदलाव होने की संभावना है, जो व्यापार, सुरक्षा, प्रवासी कानून और वैश्विक कूटनीति पर असर डाल सकते हैं। ट्रंप के पहले कार्यकाल में उनकी “अमेरिका फर्स्ट” नीति ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर गहरा असर डाला था, और विशेषज्ञ मानते हैं कि दूसरे कार्यकाल में वे अपने अनुभव और विस्तृत दृष्टिकोण के साथ और अधिक प्रभावशाली तरीके से नीतियों को लागू करेंगे।

डोनाल्ड ट्रंप की इस जीत ने उनके राजनीतिक करियर में एक नया मील का पत्थर जोड़ा है। यह केवल एक नेता की वापसी नहीं है, बल्कि अमेरिकी राजनीति में उनकी विचारधारा की मजबूत पकड़ का भी प्रतीक है। अब यह देखना होगा कि ट्रंप अपने नए कार्यकाल में किस तरह अपने वादों को पूरा करते हैं और अपने समर्थकों की उम्मीदों पर खरा उतरते हैं। आने वाले चार वर्षों में उनकी नीतियां अमेरिका और दुनिया पर क्या असर डालती हैं, यह राजनीतिक विश्लेषकों के लिए एक दिलचस्प अध्ययन का विषय रहेगा।

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