जानें बांग्लादेश में कब होंगे आम चुनाव, 2025 या 2026…?

अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस।
बांग्लादेश में आम चुनाव को लेकर मोहम्मद यूनुस ने किया बड़ा खुलासा, सुधारों के बिना चुनाव की तारीख तय करना मुश्किल बताया
राष्ट्रीय : बांग्लादेश में आगामी आम चुनाव को लेकर नई जानकारी सामने आई है। नोबेल पुरस्कार विजेता और अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने चुनाव की संभावित तारीखों पर चर्चा की है। उन्होंने कहा कि आम चुनाव 2025 के अंत तक या 2026 की शुरुआत में हो सकते हैं। यूनुस का कहना है कि चुनाव की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए पहले व्यापक सुधार आवश्यक हैं। यूनुस के मुताबिक, चुनाव की तारीख तय करने में राजनीतिक सहमति एक महत्वपूर्ण कारक है। उनका बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार पर चुनाव की तारीखें तय करने का दबाव बढ़ रहा है।
राजनीतिक सहमति पर निर्भर चुनाव
यूनुस ने स्पष्ट किया कि चुनाव की तारीख तय करने में राजनीतिक दलों की सहमति की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि यदि न्यूनतम सुधार जैसे दोषरहित मतदाता सूची तैयार हो जाती है, तो चुनाव 2025 के अंत तक हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सुधारों की अनुपस्थिति में तारीखें 2026 की पहली छमाही तक खिंच सकती हैं। इस प्रक्रिया में सुधारों की निगरानी के लिए एक आयोग का गठन किया गया है। यूनुस ने कहा, “चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। राजनीतिक दलों को मिलकर ऐसे सुधार लागू करने होंगे, जिनसे लोकतंत्र मजबूत हो।”
विजय दिवस पर राष्ट्र को संबोधन
यह बयान मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश के विजय दिवस पर अपने राष्ट्र संबोधन के दौरान दिया। उन्होंने 1971 के मुक्ति संग्राम की गौरवशाली जीत को याद करते हुए कहा कि बांग्लादेश ने अपनी स्वतंत्रता बड़े संघर्ष के बाद हासिल की थी, और लोकतंत्र को कायम रखना सभी की जिम्मेदारी है। 16 दिसंबर, 1971 को बांग्लादेश ने मुक्ति संग्राम में पाकिस्तान पर निर्णायक जीत हासिल की थी। इस दिन पाकिस्तान के जनरल अमीर अब्दुल्ला नियाजी और उनके 93,000 सैनिकों ने भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी के सामने आत्मसमर्पण किया था। यूनुस ने इस ऐतिहासिक दिन की याद दिलाते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए यह समय अहम है।
सुधारों के बिना चुनाव संभव नहीं
यूनुस का कहना है कि चुनावी प्रक्रिया में सुधार लाए बिना तिथियां तय करना मुश्किल होगा। उनके अनुसार, दोषरहित मतदाता सूची, पारदर्शी चुनावी प्रणाली और राजनीतिक दलों की सहमति जैसे पहलुओं पर काम होना जरूरी है। उन्होंने कहा, “चुनाव केवल राजनीतिक दलों के बीच सहमति से ही सुचारू रूप से हो सकते हैं। हमारी प्राथमिकता यह है कि हर मतदाता को निष्पक्ष चुनाव प्रणाली मिले।”
देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था की बहाली
बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव और चुनाव की अनिश्चितता के बीच यूनुस का बयान उम्मीद जगाता है। उन्होंने विजय दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि देश ने अपनी आजादी के लिए संघर्ष किया है और अब लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ करना उसकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
यूनुस के इस बयान से साफ है कि बांग्लादेश में आम चुनाव के लिए व्यापक सुधारों और राजनीतिक सहमति की जरूरत होगी। अब देखना यह है कि राजनीतिक दल और अंतरिम सरकार मिलकर इसे कब तक संभव बना पाते हैं।
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