SKMCH में ब्रेन सिस्ट का सफल ऑपरेशन

ब्रेन सिस्ट
न्यूरो सर्जरी विभाग ने पेश की मिसाल, अस्पताल के इस प्रयास ने मस्तिष्क संबंधी जटिल रोगों के इलाज में उम्मीद की नई किरण जगाई है
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच के न्यूरो सर्जिकल विभाग ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की है। विभागाध्यक्ष डॉ. दीपक कर्ण के नेतृत्व में 18 वर्षीय सूरज कुमार और 47 वर्षीय पंकज कुमार के ब्रेन सिस्ट का सफल ऑपरेशन किया गया। इस जटिल प्रक्रिया को विशेषज्ञों की एक समर्पित टीम ने अंजाम दिया। ऑपरेशन के बाद दोनों मरीजों की हालत स्थिर है और उन्हें जांच के लिए भेजा गया है। अस्पताल के इस प्रयास ने मस्तिष्क संबंधी जटिल रोगों के इलाज में उम्मीद की नई किरण जगाई है।
मस्तिष्क सिस्ट क्या है और कैसे होता है इसका प्रभाव?
मस्तिष्क सिस्ट, जिसे ब्रेन पुटी भी कहा जाता है, मस्तिष्क में तरल पदार्थ से भरी हुई थैली होती है। यह कैंसरयुक्त या गैर-कैंसरयुक्त हो सकती है और बच्चों से लेकर वयस्कों तक किसी को भी प्रभावित कर सकती है। सिस्ट के प्रकार और स्थान के आधार पर इसके लक्षण बदल सकते हैं। सिरदर्द, दृष्टि में धुंधलापन, मिर्गी और मतली जैसे लक्षण आमतौर पर देखे जाते हैं।
डॉ. कर्ण ने बताया कि सिस्ट कई प्रकार के होते हैं। इनमें एराक्नॉइड, कोलाइड, डर्मॉइड, एपिडर्मॉइड, पीनियल, और संक्रामक सिस्ट शामिल हैं। कुछ सिस्ट जन्मजात होते हैं जबकि अन्य चोट या संक्रमण के कारण विकसित हो सकते हैं।
सर्जरी : जटिल लेकिन जीवनरक्षक प्रक्रिया
डॉ. कर्ण के अनुसार, ब्रेन सिस्ट का उपचार उसकी स्थिति, आकार और प्रकार पर निर्भर करता है। यदि सिस्ट छोटा है और लक्षण नहीं दिखाता, तो केवल निगरानी की जाती है। लेकिन अगर सिस्ट का आकार बढ़े या यह गंभीर लक्षण पैदा करे, तो सर्जरी अनिवार्य हो जाती है।
एसकेएमसीएच की इस जटिल प्रक्रिया में नर्सिंग स्टाफ बबली कुमारी तिवारी, आरती कुमारी और प्रदीप कुमार ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीमवर्क और अनुभव की बदौलत ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा।
एसकेएमसीएच की सफलता ने पेश की मिसाल
यह सफल ऑपरेशन एसकेएमसीएच के न्यूरो सर्जरी विभाग के उच्च स्तर और समर्पण को दर्शाता है। यह न केवल मरीजों के लिए राहत लेकर आया है बल्कि चिकित्सा जगत में अस्पताल की साख को भी नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। इस प्रयास ने साबित कर दिया है कि अनुभवी डॉक्टरों और विशेषज्ञ स्टाफ के समर्पण से जटिल से जटिल रोगों का भी समाधान संभव है।
यह भी पढ़ें..
- डॉ. सीमा से जानें सोरायसिस का सही उपचार
- श्रद्धांजलि… प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के वे 5 काम, जिसके लिए देश उनका रहेगा कर्जदार
- उत्तर प्रदेश में 70 से अधिक आईपीएस IPS अफसरों की पदोन्नति पर मुहर
- Indian Railways-महाकुंभ-2025 : कन्याकुमारी एवं तिरूवनन्तपुरम उत्तर (कोच्चुवेली) से गया के मध्य चलेगी कुंभ मेला स्पेशल ट्रेन
- Indian Railways : महाप्रबंधक ने किया पटना-किऊल-गया रेलखंड पर यात्री सुविधा-संरक्षा से जुड़े पहलुओं का मुआयना
- मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, डॉ. सिंह का योगदान इतिहास के पन्नों में अमर रहेगा
आगे की खबरों के लिए आप हमारी वेबसाइट पर बने रहें..