पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में “अधीक्षक हटाओ अस्पताल बचाओ” का नारा बुलंद कर कर्मचारियों का धरना 10वें दिन भी जारी रहा
वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के अधीक्षक को हटाने की मांग पर अड़े संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा-यह संघर्ष इस अस्पताल के सम्मान से जुड़ा है, इससे हम अब पीछे हटने वाले नहीं हैं
Khabari Chiraiya Desk : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के अधीक्षक को हटाने की मांग पर अड़े कर्मचारियों का धरना संघर्ष समिति के बैनर तले 10वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान समिति के सदस्यों ने “अधीक्षक हटाओ अस्पताल बचाओ” का नारा बुलंद कर अधीक्षक डॉ. दिग्विजय सिंह पर अहंकार, व्यवहार और प्रतिशोध में कार्य करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह लड़ाई मानसम्मान के लिए लड़ी जा रही है। यह संघर्ष इस अस्पताल के सम्मान से जुड़ा है, इससे हम अब पीछे हटने वाले नहीं हैं।
खबर के मुताबिक बताया गया कि बुधवार को सेहत महकमे के एक आला अफसर ने संघर्ष समित के सदस्यों से टेलिफोन पर वार्ता कर धरना समाप्त करने को कहा, तो सदस्यों ने कहा कि यह संघर्ष इस अस्पताल के सम्मान से जुड़ा है, इससे हम अब पीछे हटने वाले नहीं हैं। इसके बाद गुरुवार को खुद अधीक्षक धरनास्थाल पर पहुंचे और धरनारत कर्मचारियों से वार्ता कर कहा कि कोई समस्या हो तो बैठकर बात कर लेते हैं। हम सब को शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करना है।
इस पर समिति के सदस्यों ने कहा कि शासन के मंशा के अनुरूप हम सभी कर्मचारी अपने-अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। 72 घंटे का अल्टिमेटम समाप्त हो चुका है। हमारी लड़ाई किसी के व्यक्तिगत समस्या के समाधान की लड़ाई नहीं है, यह लड़ाई मानसम्मान के लिए लड़ी जा रही है। यह संघर्ष इस अस्पताल के सम्मान से जुड़ा है, यह संघर्ष अधीक्षक को यानी आपको हटाने की मांग को लेकर किया जा रहा है, इससे हम अब पीछे हटने वाले नहीं हैं।
संघर्ष समिति के सदस्य राजेश कुमार श्रीवस्तव और राकेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से जारी अपने बयान में बताया कि संघर्ष समित चिकित्साधिकारियों एवं कर्मचारियों का एक संयुक्त मंच है। संघर्ष समित ने आह्वाहन पर कर्मचारी काला फीता बांधकर अपने कार्यों को अंजाम देते हुए अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं।
सदस्य द्वय ने बताया कि धरने पर बैठने से पहले संघर्ष समिति ने वाराणसी डीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों को आवेदन देकर वर्तमान अधीक्षक डॉ. दिग्विजय सिंह पर तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाने, डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ अभद्र व्यवहार कर मानसिक रूप से पीड़ित करने का गंभीर आरोप लगाते हुए अधीक्षक को अस्पताल से हटाने की मांग की थी। मांग पूरा नहीं होने पर संघर्ष समित ने धरना देने का निर्णय लिया और अब उनका यह धरना गुरुवार को 10वें दिन पहुंच गया है। जब तक अधीक्षक को हटाया नहीं जाएगा तब तक उनका यह विरोध जारी रहेगा।
सदस्य द्वय ने बताया कि डॉक्टर प्रेम प्रकाश, डॉक्टर पीके सिंह, डॉक्टर शिव पूजन मौर्य, डॉक्टर शिवेश जायसवाल, राकेश कुमार सिंह, इंदू सिंह, सुनीता देवी ने धरने को संबोधित कर कर्मचारियों का हौसला आफजाई किया। इस दौरान विरोध दर्ज कराने वाले कर्मचारियों में डॉक्टर केके बरनवाल, डॉक्टर केजे पांडेय, डॉक्टर बृजेश यादव, डॉक्टर प्रीतेश जायसवाल, रमेशचंद्र राय, पूनम दूबे, शीला देवी, कंचन, आरती शर्मा, सूनील कुमार पाएडेय, अरुण कुमार सिंह, ओम प्रकाश, महंथयादव, प्रवीण पाण्डेय, अशोक यादव, छोटे लाल, संजय सिंह, संदीप, अनिल, प्रशांत, अंतिमा दंवी, गुलशन कुमार सहित अन्य कर्मचारी शामिल रहे।
यह भी पढ़ें… Bihar Politics: बिहार की राजनीति में बड़ा फेरबदल होने वाला है, जानिए क्या
यह भी पढ़ें… Los Angeles में जंगल की आग ने मचाई तबाही
यह भी पढ़ें… 14 जनवरी को ही मनेगी मकर संक्रांति
आगे की खबरों के लिए आप हमारी वेबसाइट पर बने रहें…