May 30, 2025

खबरी चिरईया

नजर हर खबर पर

मोतिहारी में पुलिस की मौजूदगी में मृत नवजात शिशु को सुअर खा गए

मोतिहारी के अरेराज

मोतिहारी के अरेराज

मानवता को शर्मसार करने वाली घटना, प्रशासन की उदासीनता, एसपी ने डीएसपी अरेराज को जांच कर कार्रवाई का दिया निर्देश

Khabari Chiraiya Bihar Desk: मोतिहारी के अरेराज में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। यहां 112 पुलिस की मौजूदगी में एक मृत नवजात शिशु को सुअरों ने उठाकर खा लिया। यह घटना अरेराज अस्पताल से भैरव स्थान जाने वाली सड़क किनारे झाड़ियों में फेंके गए नवजात शिशु के शव से जुड़ी हुई है। इस घटना ने प्रशासन की संवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस घटना के पीछे अरेराज में सक्रिय अवैध नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड केंद्रों की भूमिका उजागर हो रही है। इन केंद्रों में भ्रूण हत्या और अवैध गर्भपात का घिनौना खेल खुलेआम चल रहा है। प्रशासन की नाक के नीचे हो रहे इन अवैध कार्यों को रोकने में अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। महिलाओं का अवैध गर्भपात कराना और नवजात शिशुओं को फेंक देना यहां सामान्य बात बन चुकी है।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने इसे मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताते हुए डीएसपी रंजन कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया है। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। अनुमंडल पदाधिकारी और डीएसपी ने घटनास्थल का दौरा किया और अवैध नर्सिंग होम की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या प्रशासन ऐसे जघन्य अपराधों को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रहा है? क्या अवैध नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर कार्रवाई के लिए कोई ठोस रणनीति अपनाई गई है? भ्रूण हत्या जैसे अपराधों में शामिल दोषियों को सजा दिलाने में देरी क्यों हो रही है?

इस घटना ने समाज में महिलाओं और नवजात बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गहरी चिंता पैदा कर दी है। प्रशासन को चाहिए कि वह दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के साथ-साथ अवैध नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर भी कड़ी निगरानी रखते हुए उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करे।

यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि मानवता को बचाने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा। प्रशासन और समाज दोनों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

यह भी पढ़ें… प्रयागराज में महाकुंभ का शुभारंभ, श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी

यह भी पढ़ें… महाकुम्भ मेले की व्यवस्थाओं पर दुनिया और पाकिस्तान के लोग भी हुए प्रभावित

यह भी पढ़ें…  महाकुंभ की कहानी : गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर 45 दिनों का अद्वितीय आयोजन, धार्मिकता और आधुनिकता का अनोखा मेल

आगे की खबरों के लिए आप हमारी वेबसाइट पर बने रहें…

error: Content is protected !!