July 23, 2025

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डोनाल्ड ट्रंप ने ली 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ, अमेरिका के बदलाव का दौर शुरू

डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी डोनाल्ड ट्रंप को अमरीका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर बधाई 

Khabari Chiraiya Desk :  डोनाल्ड ट्रंप ने 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करते हुए एक नई शुरुआत का आह्वान किया। अपने भाषण में उन्होंने अमेरिका को एक बार फिर विश्व का सबसे महान, शक्तिशाली और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने का वादा किया। ट्रंप ने कहा कि उनका कार्यकाल बदलाव और विकास का युग लेकर आएगा। उन्होंने इसे ‘अमेरिका के स्वर्ण युग’ की शुरुआत बताते हुए कहा कि अब से दुनिया अमेरिका का गलत इस्तेमाल नहीं कर सकेगी।

अवैध प्रवासियों पर सख्त नीति

अपने भाषण में ट्रंप ने अवैध प्रवास और सीमा सुरक्षा को लेकर अपनी सरकार की सख्त नीतियों का ऐलान किया। उन्होंने मैक्सिको सीमा पर आपातकाल लागू करने की घोषणा करते हुए कहा कि घुसपैठियों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार अवैध प्रवासियों को उनके देशों में वापस भेजेगी और अमेरिका की सीमाओं को पूरी तरह सुरक्षित बनाएगी।

महंगाई और भ्रष्टाचार पर हमला

ट्रंप ने आर्थिक सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य भ्रष्टाचार और महंगाई को खत्म करना है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अमेरिका का हर नागरिक अपने खोए हुए अधिकार, संपत्ति और विश्वास को पुनः प्राप्त करेगा। उन्होंने ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति को दोहराते हुए इसे राष्ट्रीय सफलता का मंत्र बताया।

भगवान का आभार और चुनौतियों की बात

अपने संबोधन में ट्रंप ने ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जीवन पर हुए हमलों के बावजूद भगवान ने उन्हें बचाया। उन्होंने इसे एक divine intervention बताते हुए कहा कि उन्हें अमेरिका को महान बनाने के लिए चुना गया है। ट्रंप ने पेंसिल्वेनिया की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी जान पर खतरे के बावजूद उन्हें यह विश्वास था कि उनके पास एक बड़ा उद्देश्य है।

मध्य पूर्व में शांति का संकेत

ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन मध्य पूर्व में शांति लाने की दिशा में प्रगति का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनके पदभार संभालने से पहले ही बंधकों को उनके परिवारों से मिलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह कदम अमेरिका की विदेश नीति में बदलाव और इसके विश्व नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत है।

बदलाव की दिशा में कई बड़े फैसले

अपने संबोधन में ट्रंप ने कई अहम कदमों की घोषणा की, जो अमेरिका को नई दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि देश में जेंडर की परिभाषा को दोबारा तय किया जाएगा, जिसमें सिर्फ मेल और फीमेल को मान्यता दी जाएगी। ऊर्जा संकट से निपटने के लिए नेशनल एनर्जी इमरजेंसी लागू की जाएगी। मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की योजना भी उनके एजेंडे में शामिल है।

इसके साथ ही, उन्होंने जॉन एफ. कैनेडी और मार्टिन लूथर किंग की हत्या से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का वादा किया। सेंसरशिप को खत्म कर फ्री स्पीच को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई। कोविड महामारी के दौरान नौकरी गंवाने वाले लोगों की बहाली उनकी प्राथमिकताओं में रहेगी।

पनामा नहर को फिर से अमेरिका के नियंत्रण में लेने और गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका करने की भी योजना है। ट्रंप ने अपराधी गिरोहों को विदेशी आतंकी संगठनों की श्रेणी में रखने और विदेशी शत्रु अधिनियम 1978 को लागू करने का भी ऐलान किया।

राष्ट्रीय सफलता के नए युग की शुरुआत

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण का समापन इस विश्वास के साथ किया कि अमेरिका अब पहले से कहीं अधिक महान, मजबूत और अद्वितीय बनेगा। उन्होंने अमेरिकियों से अपील की कि वे एकजुट होकर देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में योगदान दें। ट्रंप ने इसे एक ऐसा अवसर बताया, जिसे भुनाने पर अमेरिका विश्व मंच पर अपने सही स्थान को फिर से प्राप्त करेगा।

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