रुझानों में भाजपा की धमाकेदार बढ़त, ‘आप’ का किला ढहने के कगार पर

दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी: भारतीय जनता पार्टी ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी की ओर कदम बढ़ा दिए हैं
Khabari Chiraiya Desk : दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है और शुरुआती रुझानों ने राजधानी की राजनीति में बड़ा उलटफेर कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। 70 में से सभी सीटों के रुझान आ चुके हैं, जिनमें भाजपा को 39 सीटों पर बढ़त मिली है। आम आदमी पार्टी (आप) 30 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस सिर्फ 1 सीट पर सिमटती नजर आ रही है। अन्य दलों को अब तक कोई बढ़त नहीं मिली है।
इस बढ़त के साथ भाजपा ने बहुमत के लिए जरूरी 36 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है। हालांकि, कई सीटों पर अभी कांटे की टक्कर चल रही है और अंतिम नतीजे आने बाकी हैं। यदि यह रुझान नतीजों में बदलते हैं, तो भाजपा 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता पर काबिज होगी, जहां आम आदमी पार्टी ने 2015 से अपना एकछत्र राज कायम किया था।
‘आप’ को बड़ा झटका, कांग्रेस हाशिये पर
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और आप के बीच था। अरविंद केजरीवाल को पूरा विश्वास था कि दिल्ली की जनता एक बार फिर उनके पक्ष में वोट देगी। उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया, लेकिन अब उन्हें इसका नुकसान रुझानों में साफ दिख रहा है। आम आदमी पार्टी के लिए यह चुनाव निराशाजनक बनता जा रहा है, क्योंकि पिछले दो चुनावों में उसने प्रचंड जीत हासिल की थी। दूसरी ओर, कांग्रेस इस चुनाव में अपनी साख बचाने के लिए लड़ रही थी, लेकिन अब तक के नतीजे उसे पूरी तरह हाशिये पर दिखा रहे हैं। राहुल गांधी ने कई रैलियां कीं, लेकिन उनके नेतृत्व का कोई असर वोटिंग पर नहीं दिखा।
मतदान प्रतिशत में गिरावट, भाजपा को फायदा
दिल्ली में इस बार मतदान प्रतिशत 60.44% रहा, जो 2020 के मुकाबले दो प्रतिशत कम है। 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 5 फरवरी को हुआ था। कम मतदान का सीधा असर आम आदमी पार्टी पर पड़ता दिख रहा है, जबकि भाजपा के लिए यह फायदेमंद साबित हुआ। भाजपा की इस बढ़त ने दिल्ली की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है।
“यदि ये रुझान बरकरार रहते हैं, तो भाजपा दिल्ली में सरकार बनाएगी और आम आदमी पार्टी को विपक्ष में बैठना पड़ेगा। अब सबकी नजरें अंतिम नतीजों पर टिकी हैं, जो तय करेंगे कि दिल्ली की राजनीति में यह बड़ा बदलाव स्थायी होगा या फिर आखिरी वक्त पर समीकरण बदल सकते हैं”
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