रूस में एक घंटे में भूकंप के पांच तेज झटके, सुनामी का अलर्ट

अब तक किसी जान-माल की क्षति की सूचना नहीं मिली है, लेकिन स्थानीय आपदा प्रबंधन दल हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं
Khabari Chiraiya Desk : रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचाटका में रविवार को प्राकृतिक आपदा का खतरा सिर चढ़कर बोला। केवल एक घंटे के भीतर धरती पांच बार हिली, जिनमें सबसे शक्तिशाली भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई। इस झटके के बाद अमेरिका और रूस दोनों के तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी अलर्ट जारी कर दिया गया। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण विभाग (USGS) ने चेतावनी दी कि समुद्र में खतरनाक ऊंचाई की लहरें उठ सकती हैं और भूकंप के केंद्र से लगभग 300 किलोमीटर की परिधि में जलप्रलय जैसी स्थिति बन सकती है। हवाई समेत रूस के समंदर किनारे बसे क्षेत्रों को चौकन्ना रहने और सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
कम गहराई ने बढ़ाया झटकों का असर
सभी झटकों का केंद्र पेत्रोपावलोव्स्क-कामचात्स्की शहर के पूरब में रहा और इनकी गहराई केवल 10 किलोमीटर मापी गई। कम गहराई होने के कारण इन झटकों का असर ज़मीन की सतह पर अधिक तीव्रता से महसूस किया गया। प्रशासन ने राहत की बात यह बताई कि अब तक किसी जान-माल की क्षति की सूचना नहीं मिली है, लेकिन स्थानीय आपदा प्रबंधन दल हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
भूकंपों की श्रृंखला और उनका क्रम
रविवार की शुरुआत से ही धरती के कंपन ने लोगों को बेचैन कर दिया। पहला भूकंप 6.6 तीव्रता का था, जो शहर से 147 किलोमीटर पूर्व में दर्ज किया गया। इसके कुछ मिनट बाद 6.7 तीव्रता का दूसरा झटका 151 किलोमीटर पूर्व में आया। तीसरा झटका, जो सबसे विनाशकारी माना गया, 7.4 तीव्रता का था और इसका केंद्र 144 किलोमीटर पूरब में स्थित था। चौथा झटका 130 किलोमीटर पूरब में 6.7 तीव्रता के साथ आया, जबकि पांचवां और अंतिम झटका 7.0 तीव्रता का रहा, जिसका केंद्र 142 किलोमीटर पूर्व में रहा।
कामचाटका के लिए चेतावनी का वक्त
रूस के कामचाटका प्रायद्वीप में इस तरह की तीव्र भूकंपीय गतिविधि दुर्लभ नहीं है, लेकिन एक घंटे में पांच शक्तिशाली झटके प्रशासन और नागरिकों के लिए एक चेतावनी हैं। वैज्ञानिक मान रहे हैं कि इस इलाके में टेक्टोनिक प्लेट्स की तेज हलचल आने वाले समय में और अधिक खतरे की ओर संकेत कर सकती है। ऐसे में यहां के नागरिकों को भूकंप और सुनामी से निपटने की तैयारी समय रहते करनी होगी।
सुनामी अलर्ट के मायने और भविष्य की तैयारी
सुनामी अलर्ट केवल एक चेतावनी नहीं, बल्कि एक संकेत है कि समुद्री जीवन और तटीय आबादी बड़े खतरे में पड़ सकती है। हालांकि अभी तक किसी लहर की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जिस तीव्रता और दर से झटके आए हैं, उससे खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अब जरूरत है कि रूस समेत अन्य तटीय देश इन चेतावनियों को गंभीरता से लें और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को और मज़बूत करें।
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