July 25, 2025

खबरी चिरईया

नजर हर खबर पर

बिहार : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी बोले-मेरी हत्या करवाना चाहती है सरकार तो…

राजद नेता तेजस्वी यादव

राजद नेता तेजस्वी यादव

नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि, मैंने आज तक किसी को अपशब्द नहीं कहा, लेकिन भाजपा के विधायक और नेता मुझे सार्वजनिक रूप से अपमानित करते हैं

Khabari Chiraiya Bihar Desk : राजधानी पटना गुरुवार को भी शब्दभेदी वाड़ों से गरम रहा। बिहार की राजनीति उस वक्त उबाल पर आ गई जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा परिसर में एक बेहद गंभीर बयान देते हुए आरोप लगाया कि सरकार उनकी जान लेना चाहती है। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि अगर सच में उन्हें मारना है तो वे अपनी लाइसेंसी बंदूक सरकार को सौंप देते हैं, ताकि वही गोली चला दे। तेजस्वी के इस बयान ने राजनीतिक पारे को अचानक तेज कर दिया और पूरे सत्र का फोकस अब हिंसा और बयानबाजी की ओर खिंच गया है।

गाली-गलौज और हाथापाई का आरोप

तेजस्वी यादव का दावा है कि सदन के भीतर उन्हें अपशब्द कहे गए, मां-बहन की गालियां दी गईं और उनकी ओर माइक फेंककर हमला करने की कोशिश हुई। उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा विधायक जनक सिंह पर सीधे तौर पर आरोप लगाया कि वे सदन में शालीनता की सीमा लांघ गए। तेजस्वी ने चुनौती दी कि कोई एक भी उदाहरण सामने लाए जहां उन्होंने खुद गाली दी हो। तेजस्वी ने यह भी कहा कि वे हमेशा सियासी विमर्श को मर्यादा में रखते हैं, लेकिन भाजपा अब शारीरिक हिंसा और गाली-गलौज की राजनीति पर उतर आई है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं पहले कभी सदन में नहीं हुईं और यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत हैं।

यह भी पढ़ें… बिहार विधानसभा में नीतीश और तेजस्वी आमने-सामने, सदन में तीखी तकरार

सरकार पर लगाया हत्या का आरोप

तेजस्वी ने साफ शब्दों में कहा कि “अब सरकार मुझे मारना चाहती है। यह बात मैं बार-बार नहीं कहूंगा। अगर हिम्मत है तो गोली चला दे।” इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है और विपक्ष ने सरकार पर असहमिष्णुता का आरोप लगाया है।

डिप्टी सीएम का तीखा पलटवार

दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी के बयानों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि तेजस्वी की भाषा और सोच में ही ‘जंगलराज’ बसता है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी केवल लंपटई की राजनीति करते हैं और सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाना उनका तरीका बन चुका है।

यह भी पढ़ें…तेजस्वी यादव के संकेत से बिहार की सियासत में हलचल

बिहार की राजनीति में बढ़ती ध्रुवीकरण की दरार

बिहार विधानसभा में जिस तरह की भाषा, हिंसा और व्यक्तिगत आरोपों का दौर देखने को मिला, वह राज्य की राजनीति में एक नई दरार की ओर इशारा करता है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच अब संवाद नहीं, बल्कि टकराव की स्थिति बनती जा रही है। लोकतांत्रिक मंच पर जहां बहस होनी चाहिए, वहां अब कटाक्ष, अपशब्द और हिंसक संकेत जगह ले चुके हैं। बिहार जैसे राजनीतिक रूप से जागरूक राज्य में यह स्थिति न केवल लोकतंत्र की सेहत के लिए चिंताजनक है, बल्कि आने वाले विधानसभा सत्रों की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़ा करती है।

यह भी पढ़ें… आज का दिन आपके लिए क्या संदेश लेकर आया है, किस्मत के ताले खुलेंगे या बढ़ेगी उलझन? पढ़िए…

यह भी पढ़ें… UNSC में भारत ने अमेरिका को दिखाया हकीकत का आईना

यह भी पढ़ें…जन्माष्टमी@कब करें व्रत और किस दिन होगा पूजन

आगे की खबरों के लिए आप हमारी वेबसाइट पर बने रहें…

error: Content is protected !!