दिल्ली-एनसीआर को मिला विकास का नया तोहफ़ा

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहिणी में किया 11,000 करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन, दिल्ली से शुरू आत्मनिर्भर भारत की राह
Khabari Chiraiya Desk : दिल्ली के रोहिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 11,000 करोड़ रुपये की लागत से बनी दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं-द्वारका एक्सप्रेसवे और शहरी विस्तार मार्ग का उद्घाटन किया। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ सड़क नहीं, बल्कि दिल्ली-एनसीआर के विकास और भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा का एक अहम पड़ाव है।
जन्माष्टमी और विकास का संगम
प्रधानमंत्री ने इस आयोजन को विशेष बताते हुए कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन जन्माष्टमी के उत्सव के बीच हुआ है। उन्होंने इसे भगवान श्रीकृष्ण की भूमि और प्रेरणा से जोड़ते हुए कहा कि अगस्त का महीना स्वतंत्रता और क्रांति का प्रतीक है और इस बीच दिल्ली विकास क्रांति की गवाह बन रही है।
कनेक्टिविटी से बदलेगा जीवन
मोदी ने कहा कि नई सड़कें दिल्ली, गुरुग्राम और पूरे एनसीआर के लिए समय की बचत करेंगी। कारोबारी, किसान और उद्योग जगत को भी सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने जोर दिया कि इन परियोजनाओं में लाखों टन अपशिष्ट सामग्री का इस्तेमाल कर दिल्ली को कचरे के पहाड़ों से मुक्त करने की दिशा में कदम उठाया गया है।
हरित दिल्ली का नया अध्याय
प्रधानमंत्री ने बताया कि यमुना सफाई अभियान के तहत 16 लाख मीट्रिक टन गाद हटाई जा चुकी है और जल्द ही दिल्ली में 2,000 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। उन्होंने कहा कि यह प्रयास “हरित दिल्ली-स्वच्छ दिल्ली” की दिशा में मील का पत्थर है।
सुशासन और सुधार का वादा
मोदी ने कहा कि उनके लिए सुधार का मतलब है सुशासन का विस्तार। उन्होंने घोषणा की कि इस दिवाली पर वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) में अगली पीढ़ी के सुधार से देशवासियों को “डबल बोनस” मिलेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि यह सुधार गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों तक राहत पहुंचाएगा।
चक्रधारी और चरखाधारी मोहन से प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में सांस्कृतिक दर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत को सशक्त बनाने के लिए हमें चक्रधारी मोहन (श्रीकृष्ण) से प्रेरणा लेनी है और आत्मनिर्भर बनाने के लिए चरखाधारी मोहन (महात्मा गांधी) के मार्ग पर चलना होगा। उन्होंने “वोकल फॉर लोकल” की अपील करते हुए कहा कि भारतीय उत्पाद खरीदना हर नागरिक का जीवन मंत्र होना चाहिए।
दिल्ली का नया चेहरा
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्तव्य पथ, कर्तव्य भवन, नया संसद भवन, भारत मंडपम और यशोभूमि जैसे आधुनिक निर्माण दिल्ली को विश्व की बेहतरीन राजधानियों में खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में दिल्ली एक ऐसी राजधानी बनेगी जो भारत के गौरवशाली अतीत और आशाजनक भविष्य दोनों का संगम होगी। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
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