अब अबू धाबी में पलेगी बिहार की मनीषा

- गरीबी में पलने वाली बच्ची को मिला नया परिवार, जिलाधिकारी की मौजूदगी में दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया पूरी।
Khabari Chiraiya Desk: अबू धाबी में अब एक भारतीय बेटी अपनी नई जिंदगी शुरू करेगी। पूर्वी चंपारण की 7 माह की मनीषा कुमारी, जो अब तक दूसरों के सहारे पल रही थी, मंगलवार को एक भावुक समारोह में अपने नए माता-पिता को सौंप दी गई। यह प्रक्रिया जिला मुख्यालय स्थित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और नगर आयुक्त की मौजूदगी में पूरी की गई।
समारोह के दौरान मनीषा को पहली बार गोद में लेकर उसके भावी माता-पिता मुस्कुराए तो पूरा माहौल भावनाओं से भर गया। मासूम बच्ची की आंखों में भरोसा और चेहरे पर हल्की मुस्कान थी। यह इस साल का तीसरा मामला है जब जिले से किसी बच्चे को दत्तक ग्रहण के जरिए नया परिवार मिला है।
मनीषा का यह सफर बताता है कि अनाथ बच्चों को भी प्यार और घर का सुकून मिल सकता है। अबू धाबी में उसे न केवल मां-बाप का स्नेह मिलेगा, बल्कि शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान के साथ एक उज्ज्वल भविष्य भी मिलेगा।
इसी मौके पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला निरीक्षण समिति ने जिले के सभी बाल देखरेख संस्थानों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गृहों की साफ-सफाई, बच्चों के भोजन, पढ़ाई और स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर संस्थान में बच्चों के लिए बेहतर माहौल और स्वच्छता सुनिश्चित की जाए।
मनीषा का दत्तक ग्रहण न केवल उसकी जिंदगी का नया अध्याय है बल्कि जिले के लिए भी प्रेरणा है। यह कहानी बताती है कि सही पहल से किसी भी बच्चे की किस्मत बदली जा सकती है। मनीषा अबू धाबी में एक नई दुनिया में पलेगी और उसकी मुस्कान हजारों बच्चों के लिए उम्मीद की किरण बनेगी।
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