पटना के सदाक़त आश्रम में CWC की बैठक से कांग्रेस ने भरी हुंकार

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी ने देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर जताई चिंता
Khabari Chiraiya Desk : पटना से खबर है कि बिहार की ऐतिहासिक धरती पर कांग्रेस ने आज एकजुट होकर बड़ा राजनीतिक संदेश दिया। लोकतंत्र की जन्मस्थली कही जाने वाली पटना के सदाक़त आश्रम में कांग्रेस की विस्तारित कार्यसमिति (CWC) की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और कई वरिष्ठ नेताओं ने देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चिंता जताई और भाजपा व केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
खड़गे ने बैठक के उद्घाटन भाषण में कहा कि यह बैठक ऐसे समय हो रही है, जब देश अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय, दोनों स्तरों पर गहरे संकट से गुजर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जिन नेताओं को प्रधानमंत्री अपना “दोस्त” बताते हैं, वही आज भारत को कूटनीतिक संकटों में डाल रहे हैं। खड़गे ने कहा कि देश में लोकतंत्र की नींव हिलाने वाली घटनाएं हो रही हैं-वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ की जा रही है, जिससे चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
खड़गे ने कहा कि ठीक 85 साल पहले कांग्रेस ने रामगढ़ अधिवेशन में संविधान सभा के गठन का प्रस्ताव पारित किया था। गांधी, नेहरू, पटेल और डॉ. अंबेडकर जैसे नेताओं ने “एक व्यक्ति – एक वोट” का अधिकार सुनिश्चित किया। लेकिन आज चुनाव आयोग की निष्पक्षता सवालों के घेरे में है। विभिन्न राज्यों में मतदाता सूची से नाम काटने के मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वोट चोरी का मतलब है गरीबों का राशन, पेंशन, दवाई और बच्चों की छात्रवृत्ति की चोरी।
राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का जिक्र करते हुए खड़गे ने कहा कि बिहार की जनता अब जागरूक हो चुकी है और वह खुलकर राहुल गांधी के साथ खड़ी है। खड़गे ने केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि नोटबंदी और गलत जीएसटी से अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई। युवाओं को दो करोड़ नौकरियों का वादा अधूरा है, ग्रामीण उपभोग 50 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है और अमीर-गरीब की खाई और बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा भी पूरा नहीं हुआ, उल्टा 2020-21 के तीन कृषि कानूनों की वजह से 750 से अधिक किसानों की जान चली गई। बैठक में बिहार की स्थिति पर भी चर्चा हुई। नेताओं ने कहा कि भाजपा ने जनवरी 2024 में नीतीश कुमार को फिर से समर्थन देकर एनडीए सरकार बनाई, लेकिन बिहार में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बेरोजगारी दर 15% से ऊपर है, हर साल लाखों युवा पलायन कर रहे हैं। भर्ती घोटालों के कारण युवा सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं और पुलिस की लाठियां खा रहे हैं। बाढ़ प्रबंधन में सरकार पूरी तरह विफल रही है। कोसी और गंडक नदियों की बाढ़ से हर साल लाखों लोग प्रभावित होते हैं, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकाला गया। बिहार के चीनी उद्योग के पुनरुद्धार का वादा भी पूरा नहीं हुआ।
खड़गे ने कहा कि बिहार की 80% आबादी OBC, EBC और SC/ST वर्गों से है, लेकिन केंद्र सरकार 65% आरक्षण को संवैधानिक सुरक्षा नहीं दे पाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 30 साल पहले तमिलनाडु के लिए 69% आरक्षण को संवैधानिक सुरक्षा दी थी। कांग्रेस ने बिहार में महागठबंधन सरकार के दौरान जाति सर्वेक्षण कराया और केंद्र को जाति जनगणना के लिए मजबूर किया।
बैठक में यह भी कहा गया कि बिहार का शासन-प्रशासन लंबे समय से “छुट्टी पर” है। हर दिन हत्या, लूट और अपराध की घटनाएँ हो रही हैं। स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है और सरकारी अस्पतालों में दवाइयों की किल्लत है। आम आदमी या तो प्राइवेट अस्पतालों में शोषित होता है या फिर इलाज के लिए राज्य से बाहर जाता है।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल बिहार के पुनर्निर्माण का बिगुल यहीं से फूंकेंगे। उन्होंने कहा कि 2025 का विधानसभा चुनाव बिहार के साथ-साथ पूरे देश के लिए मील का पत्थर साबित होगा और यहीं से मोदी सरकार के भ्रष्ट शासन की उलटी गिनती शुरू होगी। कांग्रेस ने रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय और सुशासन को चुनावी एजेंडा बनाने का संकल्प लिया।
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