बिहार में साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़, पाकिस्तानी लिंक से सनसनी

- पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल से मिले पाकिस्तानी नंबरों से चैट, गांव-गांव खातों और सिम कार्ड के नाम पर ठगी, देशभर में रकम मंगाई जाती थी, पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी में पासबुक, एटीएम, सिम और मोबाइल बरामद
Khabari Chiraiya Desk : बिहार के मोतिहारी जनपद में साइबर थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। सरकारी योजनाओं का लालच देकर ग्रामीणों से खाता और सिम कार्ड निकलवाने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस खुलासे में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल से कई संदिग्ध पाकिस्तानी नंबरों पर हुई व्हाट्सऐप चैटिंग मिली है। इससे इस पूरे नेटवर्क के सीमा पार के साइबर गिरोहों से जुड़े होने की आशंका गहरा गई है।
यह कार्रवाई तब हुई जब ताजपुर देउर के मुसलिम कुरैसी और आधा दर्जन ग्रामीणों ने लिखित शिकायत साइबर थाना में दर्ज कराई। ग्रामीणों का आरोप था कि गांव के ही मो० सदाम, विशाल कुमार दास, निखिल कुमार और अमन कुमार, स्थानीय साइबर कैफे संचालक रितेश कुमार के साथ मिलकर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देते थे। वे पोस्ट ऑफिस में उनके नाम पर खाता और सिम कार्ड खुलवाते थे और फिर उन्हीं खातों का इस्तेमाल देशभर में की गई साइबर ठगी की रकम मंगाने और निकालने के लिए करते थे।
शिकायत मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। सबसे पहले विशाल कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसके बताए ठिकानों पर चांदमारी के एक लॉज में छापेमारी की गई, जहां से कई बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड और अन्य संदिग्ध दस्तावेज मिले। इसके बाद अमन कुमार के ठिकाने पर छापेमारी हुई, जहां से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, बैंक पासबुक और चेकबुक बरामद किए गए।
पुलिस ने जब अमन कुमार का मोबाइल खंगाला तो कई संदिग्ध पाकिस्तानी नंबरों के साथ बातचीत का खुलासा हुआ। इससे साफ हो गया कि यह नेटवर्क महज स्थानीय नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ा है। पुलिस ने दोनों आरोपियों से सख्त पूछताछ की तो उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
पुलिस जांच में यह भी पता चला कि गिरोह ने केसरिया थाना क्षेत्र में सैकड़ों लोगों के नाम पर खाते खुलवाए थे। इन खातों में हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तेलंगाना सहित कई राज्यों से ठगी की रकम मंगाई जाती थी। गिरोह का ठगी का तरीका भी चौंकाने वाला था-फेक फेसबुक आईडी बनाकर किसी दोस्त के कस्टम में फंसे होने या आपात स्थिति का बहाना बनाकर पैसे मंगाना और फिर रकम को इन खातों में डलवाना।
इस संगीन मामले में साइबर थाना मोतिहारी में कांड संख्या-157/25, दिनांक 26.09.2025 को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340, 316(2), 61(2) तथा आईटी एक्ट की धारा 66C और 66D के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान अमन कुमार, उम्र 25 वर्ष, पिता चन्द्रेश्वर प्रसाद, साकिन खाप गोपालपुर, वार्ड नं. 06, थाना केसरिया, और विशाल कुमार, पिता मोहन दास, साकिन लाला छपरा, थाना केसरिया के रूप में हुई है। इनके पास से 5 मोबाइल, 3 एटीएम कार्ड, 3 बैंक पासबुक, 2 चेकबुक, 9 सिम कार्ड और 2 मोबाइल का डब्बा बरामद किया गया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। पुलिस ने गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश तेज कर दी है और छापेमारी जारी है।
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