October 22, 2025

खबरी चिरईया

नजर हर खबर पर

बिहार विधानसभा चुनाव: राजद 143, कांग्रेस 61 और वामदल 30 सीटों पर मैदान में

बिहार विधानसभा चुनाव
  • महागठबंधन में सीट बंटवारे पर खींचतान, आखिरी पल में अलग-अलग जारी हुई सूचियां

Khabari Chiraiya Desk : बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की सीट शेयरिंग की तस्वीर अब साफ हो गई है। राजद इस बार सबसे बड़े खिलाड़ी के रूप में 143 सीटों पर मैदान में उतर रहा है। कांग्रेस को 61 सीटें मिली हैं, जबकि पार्टी ने आखिरी वक्त तक 70 सीटों की मांग जारी रखी थी।

वाम दलों के खाते में कुल 30 सीटें गई हैं, जिसमें भाकपा माले को 20, सीपीआई को 9 और सीपीएम को 6 सीटें मिली हैं। वहीं विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी), जो 60 सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग कर रही थी, को महज 9 सीटों पर समझौता करना पड़ा।

अंदरूनी असहमति से हिला महागठबंधन का तालमेल

सीटों को लेकर खींचतान इतनी बढ़ी कि उम्मीदवारों के नाम घोषित करने से पहले ही कई दलों ने अपने प्रत्याशियों को सिंबल थमा दिया। आधिकारिक तौर पर महागठबंधन 243 सीटों पर लड़ रहा है, लेकिन उसके 254 उम्मीदवार मैदान में हैं।
वाम दलों ने 30 सीटों के मुकाबले 35 प्रत्याशी उतार दिए, जबकि वीआईपी ने 9 सीटों की हिस्सेदारी के बावजूद 15 उम्मीदवारों को टिकट दे दिया। इस गड़बड़ी ने गठबंधन के भीतर अविश्वास और समन्वय की कमी को उजागर कर दिया है।

यह भी पढ़ें…. छठ पर्व @ आस्था, अनुशासन और प्रकृति का महाउत्सव

एनडीए ने पहले ही खेल दिखा दिया, बढ़त हासिल करने की कोशिश में

जहां महागठबंधन में सीटों पर अब तक उलझन रही, वहीं एनडीए ने सप्ताह भर पहले ही अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी थी। भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर, लोजपा रामविलास 29 सीटों, और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा व राष्ट्रीय लोक मोर्चा 6-6 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि महागठबंधन की देरी एनडीए के लिए चुनावी मनोवैज्ञानिक बढ़त साबित हो सकती है।

सीटों के बंटवारे में गहराते मतभेद के बीच कांग्रेस ने अब डैमेज कंट्रोल की पहल शुरू कर दी है। महागठबंधन के भीतर सीटों का बंटवारा सिर्फ संख्याओं का मामला नहीं रहा, यह अब साख और विश्वास की लड़ाई बन गया है।

यह भी पढ़ें…. इस बार 23 अक्टूबर को भक्त करेंगे भगवान चित्रगुप्त की आराधना

254 उम्मीदवारों का मैदान में उतरना तालमेल की कमी की गवाही दे रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह मतभेद चुनाव प्रचार तक जारी रहे तो इसका सीधा असर महागठबंधन के जनसंदेश और रणनीति दोनों पर पड़ेगा।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या नामांकन के बाद गठबंधन सचमुच एकजुट होकर मैदान में उतरता है या सीटों की यह रस्साकशी चुनावी परिणामों तक गूंजती रहती है।

यह भी पढ़ें…. भारत ने हासिल की पर्यावरणीय छलांग, वन क्षेत्र में दुनिया का 9वां सबसे बड़ा देश बना

यह भी पढ़ें…. नीरज चोपड़ा बने प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल

यह भी पढ़ें…. भारतीयों के लिए खुशखबरी! H-1B वीजा फीस से मिली बड़ी राहत

यह भी पढ़ें…. भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक भाई दूज 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा

आगे की खबरों के लिए आप हमारी वेबसाइट पर बने रहें…

Advertisements
Cha Ch Cafe
Advertisements
Gulab Ashiyana
error: Content is protected !!