पीएम मोदी बोले-छठ में दिखती है संस्कृति, समाज और श्रद्धा की त्रिवेणी
- प्रधानमंत्री ने मन की बात के माध्यम से त्योहारों के बीच एकता, देशभक्ति और नवाचार का संदेश दिया
Khabari Chiraiya Desk : त्योहारों की उमंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 127वीं कड़ी में देशवासियों से संवाद किया। दीपावली और छठ जैसे त्योहारों के उल्लास के बीच उन्होंने भारतीय संस्कृति की आत्मा, स्वदेशी भावना और पर्यावरणीय चेतना को एक सूत्र में पिरोते हुए अनेक प्रेरक पहलुओं का उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि छठ पर्व भारतीय समाज की सामाजिक एकता और नारी शक्ति के समर्पण का उज्जवल प्रतीक है। उन्होंने देशभर से मिले पत्रों का जिक्र करते हुए बताया कि स्वदेशी सामानों की खरीद, GST बचत उत्सव और स्वच्छता अभियानों में जनता ने बढ़-चढ़कर भाग लिया है।
प्रधानमंत्री ने छठ महापर्व को संस्कृति, प्रकृति और समाज के त्रिवेणी संगम का पर्व बताया। उन्होंने कहा कि यह व्रत नारी शक्ति की अटूट आस्था का परिचायक है और बिहार, झारखंड, पूर्वांचल से लेकर देशभर में यह पर्व एकता का उत्सव बन चुका है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अगर अवसर मिले तो छठ उत्सव में अवश्य शामिल हों और इसकी भव्यता को महसूस करें।
यह भी पढ़ें…. बिहार : भाजपा का नया समीकरण, छह जिलों में नहीं उतारे उम्मीदवार
उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देश के हर नागरिक का मन गर्व से भर गया है, वहीं माओवादी हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में अब दीपावली की रौनक लौट आई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और देशवासी आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार कर रहे हैं।
स्वच्छता और पर्यावरण के प्रेरक उदाहरण:
मोदी ने स्वच्छता के क्षेत्र में देशभर में चल रही अनोखी पहलों का जिक्र करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में ‘गार्बेज कैफे’ चलाए जा रहे हैं, जहां प्लास्टिक कचरा देने पर लोगों को भोजन और नाश्ता दिया जाता है। वहीं, बेंगलुरु के इंजीनियर कपिल शर्मा ने झीलों और कुओं को पुनर्जीवित कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मिसाल पेश की है।
गुजरात के धोलेरा और कच्छ में मैंग्रोव रोपण के माध्यम से समुद्री पारिस्थितिकी को मजबूत करने के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे हर जीव के हित में काम करते हैं, इसलिए हर व्यक्ति को ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से जुड़ना चाहिए।
भारतीय श्वान नस्लों की प्रशंसा:
प्रधानमंत्री ने गर्व के साथ बताया कि बीएसएफ और सीआरपीएफ ने भारतीय नस्लों के श्वानों…मुधोल हाउंड, कोम्बाई और पांडिकोना को सुरक्षा बलों में अपनाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय नस्लों के कुत्ते अब विदेशी नस्लों को पीछे छोड़ रहे हैं। सरदार पटेल की जयंती पर आयोजित ‘एकता दिवस परेड’ में भी इनके प्रदर्शन का उल्लेख किया।
सरदार पटेल और एकता का संदेश:
मोदी ने लौहपुरुष सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि वे आधुनिक भारत की एकता और प्रशासनिक ढांचे के निर्माता थे। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि 31 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और एकता के इस उत्सव को जन आंदोलन बनाएं।
यह भी पढ़ें…. नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत, प्रधानमंत्री मोदी ने दी शुभकामनाएं
कॉफी से आत्मनिर्भरता तक:
प्रधानमंत्री ने ओडिशा की कोरापुट कॉफी की चर्चा करते हुए कहा कि यह न केवल स्वादिष्ट है बल्कि स्थानीय किसानों के जीवन में समृद्धि भी ला रही है। उन्होंने बताया कि भारत के दक्षिणी और पूर्वोत्तर इलाकों में भी कॉफी की खेती तेजी से बढ़ रही है और भारतीय कॉफी अब वैश्विक पहचान बना रही है।
वंदे मातरम् के 150 वर्ष:
मोदी ने राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर इसे देश की एकता और मातृभूमि प्रेम का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह गीत हमारी आत्मा से जुड़ी भावना को स्वर देता है। 7 नवंबर से शुरू हो रहे ‘वंदे मातरम् 150 वर्ष’ उत्सव को ऐतिहासिक बनाने की अपील की।
संस्कृत का पुनर्जागरण:
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में संस्कृत ने नई ऊर्जा पाई है। उन्होंने यश सालुंड्के जैसे युवाओं और संस्कृत क्रिएटर्स की सराहना की जो इस भाषा को आधुनिक रूप में जन-जन तक पहुंचा रहे हैं।
कोमरम भीम और जनजातीय गौरव दिवस:
मोदी ने हैदराबाद के जननायक कोमरम भीम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने अन्याय और अत्याचार के खिलाफ अपनी जान न्योछावर कर दी। उन्होंने 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर मनाए जाने वाले ‘जनजातीय गौरव दिवस’ की चर्चा की और आदिवासी नायकों के योगदान को याद करने का आह्वान किया।
यह भी पढ़ें… नीतीश के 20 साल बनाम तेजस्वी के 20 महीने की अपील
यह भी पढ़ें… बिहार विधानसभा चुनाव : जदयू में बगावत पर सर्जिकल स्ट्राइक
यह भी पढ़ें…. बिहार विधानसभा चुनाव : शिवहर में प्रशांत किशोर का भव्य रोड शो, भीड़ ने दिखाया बदलाव का उत्साह
यह भी पढ़ें…. सतीश शाह नहीं रहे, हंसी के बादशाह ने छोड़ी गहरी यादें
आगे की खबरों के लिए आप हमारी वेबसाइट पर बने रहें…
