बिहार में ठंड की दस्तक और मौसम के बदलते संकेत
- सर्द हवाओं ने एक बार फिर बिहार को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है। न्यूनतम तापमान में आई अचानक गिरावट ने साफ कर दिया है कि अब रातें और ठिठुराएंगी तथा सुबहें कोहरे की चादर में लिपटी रहेंगी
Khabari Chiraiya Desk : बिहार में मौसम ने करवट ले ली है। कई दिनों की सामान्य ठंड के बाद अब राज्य भर में तापमान में आई कमी ने सर्दी की वास्तविक शुरुआत का संकेत दे दिया है। पहली बार न्यूनतम तापमान दस डिग्री से नीचे फिसलने के साथ ही मौसम का मिजाज बदल गया है। दिन का तापमान भले सामान्य दायरे में बना हुआ है, लेकिन रातें अब तेजी से सर्द होती जा रही हैं। ठंडी हवा की तीव्रता बढ़ने से लोगों को देर शाम से ही तापमान में गिरावट का एहसास होने लगा है। यही वजह है कि मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में कोहरे के बढ़ने और दृश्यता कम होने की चेतावनी भी जारी की है।
पिछले 24 घंटों में राज्य का न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री से 15.4 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत से नीचे है। पटना में भी न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री रहा, जबकि अधिकतम तापमान मामूली वृद्धि के साथ 26.3 डिग्री पर दर्ज हुआ। तापमान में यह अंतर ही बताता है कि दिन में धूप रहने के बावजूद रात की ठंड लगातार गहरा रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट तो दर्ज हुई है, पर अधिकतम तापमान में भी हल्की बढ़त ने दिन का असर कुछ हद तक बनाए रखा है।
लेकिन मौसम का सबसे महत्वपूर्ण संकेत बक्सर से मिला, जहां न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री तक पहुंच गया-इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान। यह पूर्वानुमान को और मजबूत करता है कि पश्चिमी और उत्तरी बिहार में अगले कुछ दिनों में ठंड और तेज होने वाली है। वहीं किशनगंज में अधिकतम तापमान 29 डिग्री तक पहुंचना इस बात का संकेत है कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का व्यवहार एक समान नहीं है। उत्तर-पूर्वी जिलों में अब भी दिन के तापमान में तेजी है, जबकि पश्चिमी जिलों में सर्द हवाएं असर दिखाने लगी हैं।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य के कुछ इलाकों में अगले तीन दिनों तक सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरे की परत छाई रह सकती है। खासकर पूर्णिया और सीमावर्ती क्षेत्रों में दृश्यता पहले ही 500 मीटर तक सिमट चुकी है, जो परिवहन और दैनिक गतिविधियों पर असर डाल सकती है। हालांकि विभाग का अनुमान यह भी है कि अगले पांच दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा यानी ठंड अपनी जगह स्थिर रहेगी, लेकिन अचानक बढ़ेगी नहीं।
फिलहाल मौसम शुष्क है और बारिश के कोई संकेत नहीं हैं। यही कारण है कि उत्तर-पश्चिमी हवाएं लगातार असर दिखा रही हैं। इन हवाओं का प्रभाव बिहार में रात के तापमान को और नीचे धकेल सकता है, जिससे राज्य में दिसंबर के पहले ही हफ्ते में कड़ाके की ठंड की संभावना बनती दिख रही है।
बिहार में सर्दी का यह शुरुआती दौर केवल मौसम के बदलते स्वरूप की सूचना नहीं है, बल्कि वह चेतावनी भी है कि आने वाले दिनों में ठंड और कड़ी होने वाली है। जैसे-जैसे पारा नीचे उतरेगा, स्वास्थ्य, यातायात और दैनिक जीवन पर इसका प्रभाव और अधिक स्पष्ट होगा। यह समय तैयारी का है, क्योंकि मौसम की असल परीक्षा अभी बाकी है।
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