यूपी : निकाय चुनाव की तारिखों का ऐलान अभी बाकी है, इससे पहले ही मतदान बहिष्कार की खबर आने लगी…
“जनपद देवरिया नगर पालिका के मुंशी गोरखनाथ टोला (इंदिरा नगर) मुहल्ले में लोगों ने अपने-आपने घरों पर लगाया वोट बहिष्कार का पोस्टर, लिखा-आखिर हम जनप्रतिनिधियों को क्यों चुने?…वर्तमान और भावी प्रत्याशियों से मेरा निवेदन है कि आप लोग मेरे मोहल्ले में वोट मांगने ना आएं”
यूपी निकाय चुनाव की तारिखों का ऐलान अभी बाकी है, लेकिन इससे पहले ही मतदान बहिष्कार की खबर आने लगी। लोगों ने तर्क दिया कि जब मतदान करने के बाद भी नरक में ही रहना है, तो बिना मतदान किए ही नरक में रहा जाए। यानी मुद्दा विकास से जुड़ा है।
ऐसे में यह सवाल उठता है कि सूबे की मौजूदा सरकार यह कहती है कि डबल इंजन की सरकार में विकास को रफ्तार मिली। अब तो ट्रिपल इंजन की बात भी होने लगी है, यानी केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार के साथ निकाय चुनाव में नगर सरकार को भी जोड़ लिया गया है।
खबर यूपी के जनपद देवरिया नगर पालिका क्षेत्र से जुड़ी है। खबर शहर के मुंशी गोरखनाथ टोला (इंदिरा नगर) मुहल्ले की है। पहले इस मुहल्ले का वार्ड-16 था पर अब नए परिसीमन के बाद यह वार्ड संख्या-18 हो गया है। इस वार्ड में लोगों ने अपने-आपने घरों पर वोट बहिष्कार का पोस्टर लगा रखा है। पोस्ट पर लिखा है आखिर हम जनप्रतिनिधियों को क्यों चुने?…पोस्टर पर लिखा है वर्तमान और भावी प्रत्याशियों से मेरा निवेदन है कि आप लोग मेरे मोहल्ले में वोट मांगने ना आएं।
यहां की जनता की तकलीफ यह है कि यहां विगत कई सालों से बिजली, सड़क-नाली, जल निकासी की समस्या है और किसी जनप्रतिनिधि ने इस पर ध्यान दिया। चाहे, इस वार्ड का वार्ड सदस्य हो, या नगर पालिका परिषद की चेयरमैन हों, या फिर शहर के विधायक या सांसद। सबको सिर्फ वोट चाहिए, वोटरों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं।
पोस्ट के संबंध में जब मुहल्ला निवासी शरद चंद्र श्रीवास्तव से बातचीत की गई बताया कि वार्ड नंबर 18 मुंशी गोरखनाथ टोला (इंदिरा नगर) में विगत वर्षो से मामुली बरसात में लगभग 3 फीट पानी सड़क पर भर जाता है। यहां नालियों का अस्तित्व समाप्त हो गया है। मुहल्ले की मुख्य नाली अवरुद्ध कर दी गई है। इसके कारण जल निकासी नहीं हो पाती है। इसी मुहल्ले के विजय, विकास, लक्ष्मण, बबलू खरवार ने कहा कि बरसात में सड़क का गंदा पानी हम लोगों के घरों में प्रवेश कर जाता है, जो दो-तीन दिनों तक जमा रहता है। हम लोगों को उसी गंदे पानी के रहना पड़ता है।
इन सबने अपनी पीड़ा बयां करते हुए बताया कि विगत 10 वर्षों से जर्जर सड़क के उच्चीकरण के साथ पुननिर्माण, नाली निर्माण कराने के लिए नगर पालिका प्रशासन, जिला प्रशासन को आवेदन दिया गया गया पर कोई सुनवाई नहीं हुई। तब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराकर गुहार लगाया गया, वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस निराशा के बाद सभी ने सामुहिक निर्णय लिया है कि मतदान करने के बाद भी नरक में ही रहना है, तो बिना मतदान किए ही नरक में रहा जाए। इसलिए हम सबने इस बार मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिए।
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